नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। भारत में पारंपरिक पीसी बाजार (डेस्कटॉप, नोटबुक और वर्कस्टेशन) लगातार संघर्ष कर रहा है, क्योंकि जून तिमाही में 3.2 मिलियन यूनिट की बिक्री हुई, जो कि 15.3 फीसदी (साल-दर-साल) की गिरावट है। गुरुवार को जारी एक नई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। अप्रैल-जून की अवधि में सभी उत्पाद श्रेणियों में साल-दर-साल गिरावट आई।
आईडीसी के अनुसार, जहां नोटबुक श्रेणी में 18.5 फीसदी की गिरावट आई, वहीं डेस्कटॉप श्रेणी, जो पिछली तिमाही तक विकास पथ पर थी, में भी 7 फीसदी की गिरावट आई।
उपभोक्ता और वाणिज्यिक दोनों खंड क्रमशः 17 और 13.8 फीसदी की गिरावट के साथ लाल रंग में थे।
एचपी ने 31.1 फीसदी की हिस्सेदारी और उपभोक्ता और वाणिज्यिक दोनों क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन के साथ बाजार का नेतृत्व किया।
लेनोवो 16.2 फीसदी हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रही, लेकिन सालाना आधार पर इसमें 30.2 फीसदी की गिरावट आई। डेल टेक्नोलॉजीज 15.3 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर थी।
साल-दर-साल दोहरे अंकों में गिरावट के बावजूद भारत के उपभोक्ता पीसी सेगमेंट ने तिमाही-दर-तिमाही मजबूत दोहरे अंकों की वृद्धि दर्ज की।
आईडीसी इंडिया के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक भरत शेनॉय ने कहा, “पीसी विक्रेताओं ने सफलतापूर्वक कॉलेज अभियान चलाया और उन्हें अच्छा आकर्षण मिला। उनके ई-टेल चैनलों के बेहतर प्रदर्शन ने उपभोक्ता वर्ग को बहुत जरूरी राहत प्रदान की है।
शिक्षा और सरकारी खंड ने पीसी बाजार को आगे बढ़ाना जारी रखा, जबकि उद्यम खंड संघर्ष करता रहा।
हालांकि, प्रीमियम नोटबुक श्रेणी में तिमाही दर तिमाही 39 फीसदी की मजबूत वृद्धि देखी गई। रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन चैनल में साल दर साल 15.8 फीसदी की गिरावट आई है, लेकिन इसमें तेजी आनी शुरू हो गई है और अगली तिमाही में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
जून तिमाही में एसर ग्रुप 11.4 फीसदी हिस्सेदारी के साथ चौथे स्थान पर रहा। रिपोर्ट में बताया गया है कि एएसयूएस 7.2 फीसदी हिस्सेदारी के साथ पांचवें स्थान पर है।
–आईएएनएस
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