नई दिल्ली, 18 अगस्त (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ईजी.5 के बाद ओमिक्रॉन बीए.2.86 के एक और सब-वैरिएंट को बीए.एक्स के रूप में चिह्नित किया है।
बीए.2.86 ओमिक्रॉन के बीए.2 वंश से है और पहली बार यह इजरायल में पाया गया था। अब तक इसके पांच मामलों का पता चला है। जिसमें डेनमार्क से 2, इजरायल से 1, अमेरिका से 1 और यूके से 1 मामला सामने आया है।
सिर्फ तीन मामलों के बाद डब्ल्यूएचओ ने इसे निगरानी वाला वेरिएंट (वीयूएम) घोषित कर दिया, और इसके प्रसार व गंभीरता को समझने के लिए वैरिएंट की कड़ी निगरानी का भी आह्वान किया।
वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ”डब्ल्यूएचओ ने बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन के कारण आज कोविड-19 वैरिएंट बीए.2.86 को वीयूएम के रूप में नामित किया है। म्यूटेशन की संख्या पर ध्यान देने की जरूरत है।”
अभी बहुत सीमित जानकारी उपलब्ध है। लेकिन बड़े उत्परिवर्तन के कारण, ज्ञात प्रकारों को ट्रैक करने/नए वैरिएंट का पता लगाने के लिए नज़दीकी निगरानी, अनुक्रमण और कोविड-19 रिपोर्टिंग की जरूरत है। डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 प्रतिक्रिया के लिए तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव को एक पोस्ट में जोड़ा गया।
भले ही कोविड वायरस का प्रसार और विकास जारी है, डब्ल्यूएचओ ने बेहतर निगरानी, अनुक्रमण और रिपोर्टिंग का भी आह्वान किया है। ऐसा लगता है कि बीए.2.86 असली चीज़ है, अब इसका पता लंदन, इंग्लैंड से भी लगाया गया है।
डब्ल्यूएचओ के वैक्सीन सेफ्टी नेट के सदस्य डॉ. विपिन एम वशिष्ठ ने कहा कि इस मुद्दे की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि डब्ल्यूएचओ ने पहले ही केवल 3 अनुक्रमों के आधार पर इसे वीयूएम घोषित कर दिया है।
–आईएएनएस
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