तिरुवनंतपुरम, 24 अगस्त (आईएएनएस)। कन्नूर विश्वविद्यालय ने एमए अंग्रेजी पाठ्यक्रम में सीपीआई (एम) विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा की आत्मकथा “माई लाइफ ऐज़ ए कॉमरेड” को शामिल करने के निर्णय का विराेध किया गया है।
कांग्रेस से जुड़े शिक्षक संगठन पहले ही इसके खिलाफ सामने आ चुके हैं, जबकि विश्वविद्यालय बचाओ अभियान समिति ने राज्यपाल- आरिफ मोहम्मद खान को पत्र लिखकर इसे हटाने की मांग की है।
खान से की गई शिकायत में, उन्होंने बताया कि अदालत ने कन्नूर विश्वविद्यालय के कुलपति गोपीनाथ रवींद्रन द्वारा नियुक्त अध्ययन बोर्ड को रद्द कर दिया है क्योंकि इसमें कुलाधिपति की मंजूरी नहीं थी, उन्होंने एक तदर्थ समिति नियुक्त की, जिसने शैलजा की आत्मकथा की सिफारिश की थी।
उन्होंने बताया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह ऐसे समय में आया है, जब वह कोविड के दौरान की गई खरीदारी के दौरान हुए कथित बड़े भ्रष्टाचार की जांच का सामना कर रही हैं और उनकी किताब को राष्ट्रपिता की किताब के साथ शामिल किया गया है।, जिसका शीर्षक है, ‘सत्य के साथ मेरे प्रयोग’ और यह गांधीजी को गाली देने जैसा है।
विवाद छिड़ने पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा है कि इसे केवल संदर्भ के रूप में शामिल किया गया है।
–आईएएनएस
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