बेंगलुरु, 2 सितंबर (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने दावा किया था कि कांग्रेस के 40 से 45 विधायक उनके संपर्क में हैं और वह एक दिन में ऑपरेशन लोटस चला सकते हैं। बीएल संतोष के इस दावे पर राज्य के मंत्री प्रियांक खड़गे ने शनिवार को उक्त कार्रवाई को अंजाम देने के लिए धन के स्रोत पर सवाल उठाया है।
कांग्रेस ने कहा, खुला झूठ फैलाने से पहले संतोष को अपनी पार्टी के विधायकों से संपर्क स्थापित करने और उनका विश्वास जीतने की कोशिश करनी चाहिए। कर्नाटक कांग्रेस ने शुक्रवार को संतोष के दावे को ‘सदी का मजाक’ करार दिया था।
प्रियांक खड़गे ने कहा, “मैं उन्हें एक महीने का समय दूंगा। उन्हें 45 में से कम से कम चार विधायकों को बाहर निकालने दीजिए।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवकों का दावा है कि वे किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े नहीं हैं। लेकिन, वे भाजपा दफ्तर जाते हैं और भाजपा पार्टी के नेताओं को उपदेश देते हैं।
आपके ही विधायक कह रहे हैं कि लिंगायत समुदाय के नेताओं को टिकट नहीं दिया गया। उनका यह भी दावा है कि राज्य बीजेपी में संतोष के गुट के लिए लिंगायतों को दरकिनार कर दिया गया। लेकिन, रणनीति विफल रही। पहले संतोष को इन आरोपों का जवाब देने दीजिए बाद में वह कांग्रेस पार्टी के बारे में बात कर सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में भाजपा पार्टी कार्यालय में आयोजित एक बैठक में बोलते हुए, संतोष ने कहा था कि वह एक दिन में “ऑपरेशन लोटस (विपक्षी विधायकों को तोड़ना और सरकार बनाना)” को अंजाम दे सकते हैं क्योंकि कांग्रेस नेता उनके संपर्क में हैं। हालांकि, उन्होंने कहा, “अभी हम ऐसा नहीं चाहते। हम सरकार बनाने का कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं।”
संतोष ने यह भी कहा था कि बीजेपी का कोई भी नेता कांग्रेस में शामिल नहीं हो रहा है। मान लीजिए कि अगर 10 नेता हमारी पार्टी छोड़ देते हैं, तो हम हमेशा ऐसे नेताओं को ला सकते हैं जो उनके बराबर सक्षम और समान हों।
लोगों का दावा था है कि पार्टी 2013 में खत्म हो जाएगी लेकिन आंतरिक लड़ाई के बावजूद हमने 40 सीटें जीतीं। साल 2023 में हमने 60 सीटें जीतीं। हम एक विपक्षी दल के रूप में और अधिक शक्तिशाली हो गए हैं।
–आईएएनएस
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