नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और लोकसभा चुनाव करीब सात महीने दूर हैं। ऐसे में भाजपा कांग्रेस पर वोट हासिल करने के लिए लोगों को मुफ्त सुविधाएं देकर ‘रेवड़ी’ की राजनीति करने का आरोप लगा रही है।
कांग्रेस ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि मतदाताओं को लुभाने के लिए भगवा पार्टी दोहरी बात करती है, और कांग्रेस केवल लोगों को उनके जीवन में बुनियादी सुविधाएं दिलाने में मदद करने की कोशिश कर रही है और यदि भगवा पार्टी इसे रेवड़ी राजनीति कहती है, तो इससे उसकी मानसिकता का पता चलता है कि वे अमीर समर्थक हैं।
कांग्रेस नेता सैयद नसीर हुसैन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “हमें एक बात समझनी होगी कि केंद्र में यह सरकार नौ साल से है और यह नौ साल अमीरों और बड़े व्यवसायों के लिए हैं।
उन्होंने कहा, “देश में एक दशक से गरीब लोगों की आय कम हो गई है, गरीबी बढ़ गई है, बेरोजगारी बढ़ गई है और पैसा खर्च करना कम हो गया है।”
सरकार पर निशाना साधते हुए हुसैन ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी यह देखना है कि देश के प्रत्येक नागरिक को बुनियादी सुविधाएं, बुनियादी आजीविका और जीवित रहने के लिए आवश्यक चीजें मिलें।
उन्होंने कहा, “इसलिए कांग्रेस विभिन्न राज्यों में गरीब लोगों को जीवित रहने में मदद करने की कोशिश कर रही है, ताकि उन्हें सभ्य जीवन जीने के लिए बुनियादी सुविधाएं मिल सकें।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “तो अगर प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री सोचते हैं कि ये रेवड़ियां हैं, तो ये टिप्पणियां उनकी व्यवसायी समर्थक, कॉरपोरेट समर्थक और पूंजीपति समर्थक मानसिकता दिखाती हैं कि वे अमीर समर्थक हैं।”
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने कहा,” कांग्रेस ने हमेशा गरीबों के बारे में बात की है और गरीबों के लिए खड़ी हुई है और उनके हितों के लिए लड़ी है।”
जब उनसे किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण और लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए केंद्र की कई योजनाओं के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा,” एक दशक में किसानों का वास्तविक खर्च कई गुना बढ़ गया है। वे वास्तव में जो दे रहे हैं, वह मूंगफली है। जो भी राशि हो, किसानों को 2000 रुपये देने से भाजपा को वोट तो मिलेंगे, लेकिन उनका इरादा किसानों को उनकी जरूरतें पूरी करने के लिए उचित आय बढ़ाना नहीं है। उनका एकमात्र उद्देश्य उन्हें वोट के लिए लुभाना है।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस गरीबों के लिए लड़ती रहती है और उनके साथ खड़ी है। साथ ही हम चाहते हैं कि सरकार लोगों को उनकी बदहाली से मुक्ति दिलाए। यूपीए शासन के दौरान गैस सिलेंडर की कीमतें लगभग 450 रुपये थीं और अब यह 1,100 रुपये हो गई हैं।” अब उन्होंने कीमतें 200 रुपये कम कर दी हैं। उन्होंने ऐसा (कीमतें कम करना) राज्य विधानसभा चुनावों से पहले और लोकसभा चुनावों से पहले भी किया है। जबकि पिछले नौ वर्षों से उन्होंने लगातार कीमतें बढ़ाकर 1,100 रुपये कर दी हैं और अब 200 रुपये कम कर लोगों को लुभाने के लिए किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “यह भाजपा की दोहरी बात है, वे अपने ही जाल में फंस रहे हैं। लोग समझ गए हैं कि सरकार अमीरों की समर्थक है और वे पूंजीपतियों का समर्थन करना चाहते हैं और कांग्रेस गरीबों के लिए लड़ेगी।”
रक्षाबंधन से पहले सरकार ने एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 200 रुपये की कटौती की है।
भाजपा राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पर रियायतें देने का भी आरोप लगा रही है।
–आईएएनएस
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