आगरा, 5 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश वन विभाग के सहयोग से वाइल्डलाइफ एसओएस ने फिरोजाबाद के नगला अमान गांव में घुसे 10 फुट लंबे मगरमच्छ को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया है।
मगरमच्छ पास की जल नहर से भटककर एक कृषि क्षेत्र में आ गया था, जिससे गांव के लोगों के बीच हलचल मच गई। गांव के लोगों ने इसकी जानकारी स्थानीय अधिकारियों की दी, जिन्होंने वन विभाग से संपर्क किया।
फिरोजाबाद के पास नगला अमान गांव में सुबह राहगीरों ने एक खेत में 10 फुट लंबा मगरमच्छ देखा। मगरमच्छ की सुरक्षा के लिए चिंतित, ग्रामीणों ने स्थानीय अधिकारियों को सूचित किया। वाइल्डलाइफ एसओएस की तीन सदस्यीय रैपिड रिस्पांस यूनिट ने स्थान तक पहुंचने के लिए 100 किमी की यात्रा की और एक घंटे तक चले ऑपरेशन में मगरमच्छ को सुरक्षित बाहर निकाला।
साइट पर किए गए मेडिकल ऑब्जर्वेशन से पता चला कि मगरमच्छ को कोई चोट नहीं आई। इसके बाद उसे प्राकृतिक स्थान में वापस छोड़ दिया गया।
जसराना के रेंज वन अधिकारी आशीष कुमार ने कहा कि मगरमच्छ को बचाने में त्वरित सहायता के लिए हम वन्यजीव एसओएस के आभारी हैं। एनजीओ की अनुभवी टीम के निर्बाध सहयोग से मगरमच्छ का सफल बचाव और रिहाई संभव हो पाई।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, “यह ऑपरेशन ग्रामीणों के सहयोग के बिना संभव नहीं होता, जिन्होंने हमें मगरमच्छ की मौजूदगी के बारे में तुरंत सचेत किया।”
मगर मगरमच्छ को दलदली मगरमच्छ के नाम से भी जाना जाता है, यह भारत, श्रीलंका, बर्मा, पाकिस्तान और ईरान के कुछ हिस्सों के मूल निवासी हैं। यह आमतौर पर मीठे पानी के वातावरण जैसे नदियों, झीलों, पहाड़ी झरनों, गांव के तालाबों और मानव निर्मित जलाशयों में पाए जाते हैं और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची के तहत संरक्षित हैं।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके