खेल और खिलाड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल रहे हैं। खेलों के
लिए मजबूत ढांचे से लेकर खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं और प्रशिक्षण का असर टोक्यो
ओलंपिक से लेकर कॉमनवेल्थ खेल के साथ तमाम वैश्विक मंचों पर बेहतरीन प्रदर्शन के रूप में
सामने आया है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए अब भारत ने खुद के डोपिंग रोधी विधेयक 2021 को
मंजूरी दे दी है। खेल एवं युवा मामलों के मंत्री के तौर पर अनुराग ठाकुर द्वारा यह संसद में पेश
किया गया पहला विधेयक था। इससे खेल और खिलाड़ियों को तो मदद मिलेगी ही, साथ में
आत्मनिर्भर भारत को भी बल मिलेगा। इसका सबसे बड़ा फायदा होगा कि खिलाड़ियों के डोपिंग टेस्ट
के लिए भारत को किसी अन्य देश पर निर्भर नहीं रहना होगा। इससे पहले डोप टेस्ट के लिए सैंपल
किसी दूसरे देश में भेजा जाता रहा है, जहां सैंपल के साथ छेड़छाड़ की आशंका बनी रहती है। ऐसे में
देश में इस कानून के लागू होने से अब ये टेस्ट भारत में ही संभव हो पाएगा और पैसों की भी बचत
होगी। एंटी डोपिंग कानून बनाने के साथ ही भारत, अमेरिका, चीन, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे देशों में
शामिल हो गया है।