नई दिल्ली, 8 जनवरी (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उनके योगदान के लिए प्रो. पी. ब्रह्मय्या शास्त्री व्याख्यान और डॉ. टी. रवि राजू उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें शुक्रवार को विशाखापत्तनम में अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन द्वारा आयोजित 16वें वार्षिक ग्लोबल हेल्थकेयर समिट के दौरान पुरस्कार प्रदान किया गया।
पिछले दो वर्षों में 63 वर्षीय स्वामीनाथन डब्ल्यूएचओ द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय मीडिया ब्रीफिंग में एक जाना-पहचाना चेहरा रहे हैं, जिसमें उन्होंने कोविड-19 और मंकीपॉक्स और इबोला जैसे अन्य वैश्विक प्रकोपों पर बात की है।
यह कहते हुए कि वैश्विक महामारी आगे बढ़ रही है, विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक ने कहा, महामारी शुरू होने के बाद से मैंने जो सबक सीखे हैं, उनमें सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा में निवेश का महत्व है। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा में निवेश करने वाले देश अब लाभ उठा रहे हैं।
भारत के एक बाल रोग विशेषज्ञ और तपेदिक और एचआईवी पर विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त शोधकर्ता देखभाल और अनुसंधान में 30 वर्षों का अनुभव रखते हैं और उन्होंने अपने पूरे करियर में अनुसंधान को प्रभावशाली कार्यक्रमों में अनुवाद करने के लिए काम किया है।
स्वामीनाथन 2015 से 2017 तक स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए भारत सरकार के सचिव और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक थे। उस स्थिति में उन्होंने स्वास्थ्य नीति निर्माण में विज्ञान और साक्ष्य लाने, भारतीय चिकित्सा विद्यालयों में अनुसंधान क्षमता निर्माण और स्वास्थ्य विज्ञान में दक्षिण-दक्षिण साझेदारी बनाना। 2009 से 2011 तक उन्होंने जिनेवा में उष्णकटिबंधीय रोगों में अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिए यूनिसेफ/यूएनडीपी/विश्व बैंक/डब्ल्यूएचओ के विशेष कार्यक्रम के समन्वयक के रूप में भी काम किया।
–आईएएनएस
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