नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अकासा एयर ने 40 से ज्यादा पायलटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है, जिन्होंने हाल ही में दूसरी एयरलाइन में काम करने के लिए अकासा की नौकरी छोड़ दी थी। पायलटों की इस अचानक विदाई ने पिछले साल अगस्त में परिचालन शुरू करने वाली एयरलाइन को पिछले महीने से कई उड़ानें रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
पायलटों के इस्तीफे का नतीजा यह हुआ कि इस साल अगस्त में अकासा की घरेलू बाजार हिस्सेदारी वित्तीय रूप से स्पाइसजेट से पीछे हो गई, जबकि जून में इसने स्पाइसजेट कोपीछे छोड़ दिया था।
अकासा कथित तौर पर राजस्व की हानि और अपनी प्रतिष्ठा को हुए नुकसान के लिए लगभग 22 करोड़ रुपये के मुआवजे का दावा कर रही है, क्योंकि 43 पायलट अनिवार्य नोटिस अवधि में काम किए बिना छोड़कर चले गए।
एयरलाइन के प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया, “हमने केवल उन पायलटों के एक छोटे समूह के खिलाफ कानूनी उपाय की मांग की है, जिन्होंने अपना कर्तव्य नहीं निभाया और अपनी अनिवार्य अनुबंधात्मक नोटिस अवधि पूरी किए बिना चले गए। यह न केवल उनके अनुबंध का उल्लंघन था, बल्कि देश के नागरिक उड्डयन नियमों का भी उल्लंघन था।”
प्रवक्ता ने आगे कहा, “यह न केवल कानूनन अवैध है, बल्कि एक अनैतिक और स्वार्थी कृत्य भी है, जिसने अगस्त में उड़ानों को बाधित किया और आखिरी मिनट में उड़ानों को रद्द करना पड़ा, जिससे हजारों ग्राहक फंस गए, जिससे यात्रा करने वाले लोगों को काफी असुविधा हुई।”
प्रवक्ता ने कहा, “सौभाग्य से अब हालत संभली है। कड़ी मेहनत के लिए सहयोगियों को धन्यवाद। एक नए स्टार्ट अप के रूप में हमें इस बात पर गर्व है कि प्रत्येक अकासियन ने हमारे संचालन के पहले वर्ष में हमारी मदद की है।”
प्रवक्ता ने कहा, “इसलिए, कुछ कर्मचारियों द्वारा इस तरह का व्यवहार न केवल गैरकानूनी और अनैतिक है, बल्कि हमारी पूरी टीम की कड़ी मेहनत के प्रति भी अपमानजनक है, जो हर दिन पूरी ईमानदारी के साथ काम करती है।”
–आईएएनएस
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