बेंगलुरू, 9 जनवरी (आईएएनएस)। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच बुक रिलीज (पुस्तक विमोचन) की जंग छिड़ गई है। सिद्धारमैया के खिलाफ एक बुक जारी करने के घटनाक्रम के बीच, कांग्रेस नेताओं ने गुजरात नरसंहार पर एक बुक का कवर जारी किया है।
कांग्रेस ने विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के खिलाफ सिद्धा निजा कनसुगालु नामक पुस्तक के विमोचन के कदम की निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। बेंगलुरू की एक अदालत ने किताब के विमोचन पर अंतरिम रोक लगा दी है। कोर्ट ने उच्च शिक्षा, आईटी और बीटी मंत्री सीएन अश्वथ नारायण और अन्य को भी नोटिस जारी किया है। कांग्रेस विधायक और सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र ने कोर्ट से स्टे ऑर्डर मांगा था।
यतींद्र तर्क दिया कि पुस्तक में उनके पिता सिद्धारमैया को लेकर अपमानजनक कंटेंट है। उन्होंने यह भी दावा किया कि यदि पुस्तक का विमोचन होता है तो इससे उनके पिता के सम्मान और प्रतिष्ठा पर असर पड़ेगा। अदालत के आदेश के बाद बेंगलुरु के टाउन हॉल में आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह रद्द कर दिया गया। इस बीच, कांग्रेस ने किताब का कवर पेज जारी करते हुए दावा किया कि भाजपा के कदम का मुकाबला करने के लिए इसे जल्द ही जारी किया जाएगा।
इसका शीर्षक बीजेपी कल्ला मार्ग है, जिसमें कहा गया है कि पाठकों को गुजरात नरसंहार की घटना के बारे में जानने के लिए किताब पढ़नी चाहिए। इसमें हिंदुत्व के नाम पर उत्पीड़ित वर्गों का शोषण और दलितों के यूज एंड थ्रो का मंत्र जैसे कैप्शन भी हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने टाउन हॉल के सामने विरोध प्रदर्शन किया, जहां भाजपा द्वारा पुस्तक विमोचन समारोह आयोजित किया गया था। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी विरोध जताया।
कर्नाटक कांग्रेस ने कथित तौर पर सिद्धारमैया के खिलाफ लिखी गई किताब सिद्दू निजा कनसुगालु के विमोचन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। राज्य कांग्रेस कानूनी प्रकोष्ठ के महासचिव सूर्य मुकुंदराज ने कहा है कि पुस्तक में सिद्धारमैया की विकृत छवि है।
–आईएएनएस
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