नई दिल्ली, 22 सितंबर (आईएएनएस)। लोकसभा में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा बसपा सांसद दानिश अली को कहे गए अपशब्दों का विवाद लगातार गहराता जा रहा है।
विपक्ष ने लोकसभा स्पीकर से बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है तो वहीं लोकसभा के सूत्र यह बता रहे हैं कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रमेश बिधूड़ी को उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए अपशब्दों को लेकर कड़ी चेतावनी दी है।
इसके साथ ही कहा है कि अगर सदन में उन्होंने दोबारा इस तरह का व्यवहार किया तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। बिधूड़ी द्वारा बोले गए अपशब्दों को सदन की कार्यवाही से पहले ही निकाल दिया गया है।
इस बीच उस समय सदन में मौजूद पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद हर्षवर्धन ने भी अपनी सफाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा है कि जब सदन में दो सांसद एक-दूसरे के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे, उस समय पूरे सदन के साथ-साथ वह भी उस घटना के गवाह थे। लेकिन, उनकी छवि खराब करने के लिए उन्हें इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घसीटा जा रहा है, जिससे वे अपने आपको दुखी और अपमानित महसूस कर रहे हैं।
हर्षवर्धन ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “मैंने ट्विटर पर अपना नाम ट्रेंड होते देखा है, जहां लोगों ने मुझे इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घसीटा है, जहां दो सांसद सदन में एक-दूसरे के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे।
हमारे वरिष्ठ और सम्मानित नेता राजनाथ सिंह पहले ही दोनों पक्षों द्वारा इस तरह की अनुचित भाषा के उपयोग की निंदा कर चुके हैं। मैं अपने मुस्लिम दोस्तों से पूछता हूं जो आज सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ लिख रहे हैं, क्या वे वास्तव में मानते हैं कि मैं कभी भी ऐसी अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल में भागीदार बन सकता था, जो किसी एक समुदाय की संवेदनाओं को ठेस पहुंचाती?
यह नकारात्मकता से भरी एक कुख्यात और मनगढ़ंत कहानी है और सोशल मीडिया पर कुछ निहित राजनीतिक तत्वों द्वारा मेरी छवि खराब करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। तीस वर्षों के सार्वजनिक जीवन में, मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लाखों मुस्लिम भाइयों और बहनों के साथ-साथ जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के सहयोगियों के साथ मिलकर काम किया है।
चांदनी चौक की ऐतिहासिक गलियों में पैदा हुआ और पला-बढ़ा, मैंने अपना बचपन वहां बिताया और अपने मुस्लिम दोस्तों के साथ खेलते हुए बड़ा हुआ। मैं अत्यंत विश्वास और दृढ़ विश्वास के साथ कह सकता हूं कि सभी मुस्लिम भाई और बहनें, जो कभी मेरे संपर्क में रहे हैं, वे मेरी भावनाओं और व्यवहार की गारंटी देंगे।
मैं चांदनी चौक के प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में जीतकर बहुत खुश था और यदि सभी समुदायों ने मेरा समर्थन नहीं किया होता तो ऐसा कभी नहीं हो पाता। मैं दुखी और अपमानित महसूस कर रहा हूं कि निहित स्वार्थ वाले कुछ लोगों ने इसमें मेरा नाम घसीटा है।”
हालांकि, मैं निस्संदेह एक-दूसरे पर फेंके जा रहे शब्दों की बाजीगरी का गवाह था (जो वास्तव में पूरा सदन था), मामले की सच्चाई यह है कि जो अराजकता थी, उसमें मैं स्पष्ट रूप से नहीं सुन सका कि क्या कहा जा रहा था।
मैं जीवन में हमेशा अपने सिद्धांतों पर कायम रहा हूं। और मैं अपने देश और इसके लोगों के हित को हर चीज से ऊपर रखते हुए, उनका पालन करने के बारे में कभी भी क्षमाप्रार्थी नहीं रहा हूं।”
आपको बता दें कि, गुरुवार को चंद्रयान-3 की सफलता और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की उपलब्धियां को लेकर लोकसभा में देर रात तक चली चर्चा के दौरान बोलते हुए भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने बसपा सांसद दानिश अली के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया।
दोनों तरफ से चली तीखी बहस के बीच बिधूड़ी लगातार बसपा सांसद को अपशब्द कहते रहें। विपक्षी दलों द्वारा इस पर हंगामा करने के बाद पीठासीन सभापति ने बिधूड़ी के आपत्तिजनक शब्दों को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया।
लेकिन, विपक्षी दलों की तरफ से लगातार हंगामा जारी रहने पर लोकसभा के उपनेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिधूड़ी के शब्दों पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी नहीं सुनी है। लेकिन, अगर बिधूड़ी ने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया है, जिससे बसपा सांसद की भावना आहत हुई है तो वे इस पर खेद व्यक्त करते हैं और इन शब्दों को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया जाना चाहिए।
इसके अगले दिन शुक्रवार को विपक्षी दलों ने लोकसभा में दिए गए बिधूड़ी के उस भाषण के अंश को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हुए भाजपा और भाजपा सांसद बिधूड़ी पर तीखा हमला बोलना शुरू कर दिया। विपक्षी दल लोकसभा स्पीकर से बिधूड़ी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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