देहरादून, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। देहरादून में 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक 6वीं विश्व आपदा प्रबंधन सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। इस सम्मेलन का आयोजन उत्तराखंड सरकार की ओर से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रेसवार्ता कर कहा कि सम्मेलन उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण हैदराबाद और उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यू-कॉस्ट) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत द्वारा जी-20 की सफल अध्यक्षता की गयी। नवम्बर माह इस वार्षिक अध्यक्षता का अन्तिम चरण है। इस जी-20 सम्मेलन में डिजास्टर रिस्क रिडक्शन (डी.आर.आर.) एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में वैश्विक विमर्श में शामिल किया गया। इस दृष्टि से नवम्बर माह के अंत में देहरादून, उत्तराखण्ड में आयोजित होने वाला यह 16वां विश्व आपदा प्रबन्धन सम्मेलन और भी महत्वपूर्ण है। हम जी-20 की सफल अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं।
इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह एवं आपदा प्रबन्धन मंत्री अमित शाह को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन, परमाणु ऊर्जा आयोग के प्रमुखों, भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के साथ-साथ विश्व के प्रमुख संस्थानों के प्रतिनिधियों, संयुक्त राष्ट्र संघ, देश-विदेश के जलवायु विशेषज्ञों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जा रहा है।
पद्म विभूषित व सदी के महानायक अमिताभ बच्चन इस 6वें विश्व आपदा प्रबन्धन सम्मेलन के ब्रांड एंबेसडर के रूप में सहभागी होंगे। अमिताभ बच्चन के इस सम्मेलन के साथ जुड़ने से आपदा प्रबन्धन की गंभीरता व विशेष रूप से उत्तराखण्ड राज्य और हिमालयी क्षेत्रों की आपदा से जुड़ी चुनौतियों के समाधान के लिए विश्व स्तर पर किये जा रहे चिन्तन व प्रयासों को और गति मिलेगी। जलवायु परिर्वतन और आपदा प्रतिरोध्यता एक बहुत महत्वपूर्ण विषय हैं। वर्तमान समय में भारतवर्ष एवं विशेष रूप से हिमालयी राज्यों में इनके महत्व को देखते हुए आपदा प्रबन्धन के इस वैश्विक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
6वें विश्व सम्मेलन का प्राथमिक उद्देश्य हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र और समुदायों पर ध्यान केंद्रित करते हुए जलवायु परिवर्तन और आपदा प्रतिरोध की चुनौतियों पर चर्चा करना एवं उनका समाधान करना है। इसके अलावा इस सम्मेलन का उद्देश्य उत्तराखण्ड को आपदा प्रतिरोधकता और तत्परता के लिए जलवायु अनुकूली समाधानों के केंद्र के रूप में विकसित करना है। यह एक बड़ा अवसर है उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पटल पर स्थापित करने का। फिर चाहे वो वैज्ञानिक क्षेत्र हो, पर्यटन का क्षेत्र हो, योग एवं आयुष का क्षेत्र हो या फिर चाहे सुरक्षित निवेश का ही क्षेत्र क्यों न हो।
08-09 दिसम्बर को उत्तराखण्ड राज्य, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का आयोजन कर रहा है। जिसमें देश-विदेश के औद्योगिक समूहों, निवेशकों द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में निवेश को गति देने के लिए हिस्सा लिया जायेगा। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन से ठीक पहले आयोजित आपदा प्रबन्धन के वैश्विक सम्मेलन से उत्तराखण्ड राज्य में “सुरक्षित निवेश सुदृढ़ उत्तराखण्ड” का संदेश देश-विदेश में प्रसारित होगा।
सम्मेलन को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से राज्य भर में आपदा प्रबन्धन के विशेष सत्रों का आयोजन सम्पूर्ण प्रदेश में विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा राज्य में स्थित केन्द्रीय संस्थानों जैसे- वाडिया हिमालयी भू-विज्ञान, आई. आई.पी., आई.आई.आर. एस. भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण इत्यादि में किया जायेगा, इसके साथ ही पूर्वोत्तर राज्य सहित देश के कुछ संस्थानों में भी आपदा प्रबन्धन पर पूर्व कार्यक्रम आयोजित किये जाने प्रस्तावित हैं।
–आईएएनएस
स्मिता