चेन्नई, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के नागापट्टिनम और रामनाथपुरम के मछुआरों पर एक महीने के भीतर समुद्र के बीच में कथित तौर पर श्रीलंकाई लोगों द्वारा किए गए पांच हमलों के बाद, राज्य के तटीय इलाकों में विरोध प्रदर्शन बढ़ रहे हैं।
नागापट्टिनम के मछुआरा संघ के नेता आर. अरुमुखम ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “हम पर समुद्र के बीच में श्रीलंकाई लोगों द्वारा नियमित रूप से हमला किया जा रहा है और हमारे मछली पकड़ने के जाल, जीपीएस और पकड़ को छीन लिया जा रहा है। हमारे जवानों पर बीच समुद्र में हमला किया जाता है और हमें इसका तत्काल समाधान चाहिए अन्यथा हम राजमार्ग नाकाबंदी जैसे कड़े कदम उठाने को मजबूर होंगे।
मध्य समुद्र में हिंसा की ताजा घटना में, तमिलनाडु के नागापट्टिनम जिले के आठ मछुआरों पर अज्ञात व्यक्तियों ने उस समय हमला किया, जब वे शुक्रवार रात मध्य समुद्र में मछली पकड़ रहे थे।
नागपट्टिनम जिले के वेल्लापलम और अरकोटुथुराई क्षेत्रों के मछुआरों ए. मनियन, एम. वेलमुरुगन, सी. सथियाराज और जी. कोडिलिंगम पर अज्ञात व्यक्तियों ने हमला किया और उनका सामान लूट लिया। हमले में मछुआरों को भी चोटें आईं।
तमिलनाडु तटीय पुलिस के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि जब वे शुक्रवार रात कोडियाकराई के पास मछली पकड़ रहे थे, तो तीन लोगों, जो श्रीलंकाई थे और तमिल बोल रहे थे, उन्होंने उनकी नाव रोकी और उसमें सवार हो गए और उनके साथ मारपीट की। हमले में मनियन और कोडिलिंगम के पैरों और हाथों में चोटें आईं।
शुक्रवार रात एक अन्य घटना में, वेदारायणम के मछुआरों पर दो नावों में सवार आठ लोगों ने हमला कर दिया। मछुआरे आर. चिन्नाथम्बी, एस. शिवकुमार, पलानीवेल और पी. चिन्नैयन ने कहा कि हमले में उन्होंने मछली पकड़ने के जाल और मछलिया खो दीं।
हमले पर तमिलनाडु मरीन कोस्टल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की है।
वेदारण्यम के मछुआरों के नेता सुंदरपांडियन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मछुआरे समुद्र के बीच में श्रीलंकाई लोगों के लिए आसान शिकार बन रहे हैं और इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती है। अगर केंद्र और राज्य सरकारें हमारी दुर्दशा से मुंह मोड़ रही हैं, तो हमें सख्त कदम उठाने होंगे। हम नागापट्टिनम और रामनाथपुरम जिलों में सभी हितधारकों की बैठक बुला रहे हैं और इसे समाप्त करने के लिए जल्द ही निर्णय लेंगे।
इस बीच तमिल मनीला कांग्रेस (टीएमसी) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जी.के. वासन ने एक बयान में केंद्र और राज्य सरकारों से श्रीलंका सरकार से बात करने और मध्य समुद्र में तमिल मछुआरों पर हमलों को रोकने का आह्वान किया। उन्होंने श्रीलंका सरकार के उदासीन रवैये की भी निंदा की।
–आईएएनएस
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