पटना, 12 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव के विवादित बयान के बाद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में शुक्रवार को पूरे राज्य में उनका पुतला जलाने का फैसला किया है।
विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एन. सिंह ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के चलते बयान दिया है।
सिंह ने कहा, उन्होंने विशेष समुदाय को खुश करने और उन्हें यह संदेश देने के लिए बयान दिया है कि वह बिना किसी समस्या के हिंदुओं के खिलाफ बात कर सकते हैं। मंत्री को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। राज्य सरकार को एक नासमझ शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।
सिंह ने कहा, विहिप लोगों को जागरूक करने के लिए पटना और पूरे राज्य में बिहार के शिक्षा मंत्री का पुतला फूंकेगी और बताएगी वह कितने शिक्षित हैं। विहिप के बिहार अध्यक्ष कामेश्वर चौपाल ने कहा, जब हिंदू संस्कृति पर संकट था, तब हिंदू समुदाय ने रामचरितमानस के माध्यम से अपनी संस्कृति को पूरी दुनिया में सहेजा था। रामचरितमानस निराश और हताश लोगों को रोशनी दिखा रहा है। बिहार के शिक्षा मंत्री को यह समझ नहीं आ रहा है कि श्री राम ने माता शबरी के जूते बेर कैसे खाए। उन्होंने निषाद राज को अपने भाई भरत का दर्जा भी दिया है। रामचरितमानस समुद्र की तरह है और बिहार के शिक्षा मंत्री इसकी कीमत पर घोंघे उठा रहे हैं।
चौपाल ने कहा, रामचरितमानस को हर कोई नहीं समझेगा। केवल एक जानकार व्यक्ति ही इसे समझ सकता है। बुधवार शाम को बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने दावा किया कि पहले युग में मनु स्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस और एमएस गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स ने समाज में तीसरे युग में नफरत फैलाई।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम
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पटना, 12 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव के विवादित बयान के बाद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में शुक्रवार को पूरे राज्य में उनका पुतला जलाने का फैसला किया है।
विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एन. सिंह ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के चलते बयान दिया है।
सिंह ने कहा, उन्होंने विशेष समुदाय को खुश करने और उन्हें यह संदेश देने के लिए बयान दिया है कि वह बिना किसी समस्या के हिंदुओं के खिलाफ बात कर सकते हैं। मंत्री को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। राज्य सरकार को एक नासमझ शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।
सिंह ने कहा, विहिप लोगों को जागरूक करने के लिए पटना और पूरे राज्य में बिहार के शिक्षा मंत्री का पुतला फूंकेगी और बताएगी वह कितने शिक्षित हैं। विहिप के बिहार अध्यक्ष कामेश्वर चौपाल ने कहा, जब हिंदू संस्कृति पर संकट था, तब हिंदू समुदाय ने रामचरितमानस के माध्यम से अपनी संस्कृति को पूरी दुनिया में सहेजा था। रामचरितमानस निराश और हताश लोगों को रोशनी दिखा रहा है। बिहार के शिक्षा मंत्री को यह समझ नहीं आ रहा है कि श्री राम ने माता शबरी के जूते बेर कैसे खाए। उन्होंने निषाद राज को अपने भाई भरत का दर्जा भी दिया है। रामचरितमानस समुद्र की तरह है और बिहार के शिक्षा मंत्री इसकी कीमत पर घोंघे उठा रहे हैं।
चौपाल ने कहा, रामचरितमानस को हर कोई नहीं समझेगा। केवल एक जानकार व्यक्ति ही इसे समझ सकता है। बुधवार शाम को बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने दावा किया कि पहले युग में मनु स्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस और एमएस गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स ने समाज में तीसरे युग में नफरत फैलाई।
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विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एन. सिंह ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के चलते बयान दिया है।
सिंह ने कहा, उन्होंने विशेष समुदाय को खुश करने और उन्हें यह संदेश देने के लिए बयान दिया है कि वह बिना किसी समस्या के हिंदुओं के खिलाफ बात कर सकते हैं। मंत्री को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। राज्य सरकार को एक नासमझ शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।
सिंह ने कहा, विहिप लोगों को जागरूक करने के लिए पटना और पूरे राज्य में बिहार के शिक्षा मंत्री का पुतला फूंकेगी और बताएगी वह कितने शिक्षित हैं। विहिप के बिहार अध्यक्ष कामेश्वर चौपाल ने कहा, जब हिंदू संस्कृति पर संकट था, तब हिंदू समुदाय ने रामचरितमानस के माध्यम से अपनी संस्कृति को पूरी दुनिया में सहेजा था। रामचरितमानस निराश और हताश लोगों को रोशनी दिखा रहा है। बिहार के शिक्षा मंत्री को यह समझ नहीं आ रहा है कि श्री राम ने माता शबरी के जूते बेर कैसे खाए। उन्होंने निषाद राज को अपने भाई भरत का दर्जा भी दिया है। रामचरितमानस समुद्र की तरह है और बिहार के शिक्षा मंत्री इसकी कीमत पर घोंघे उठा रहे हैं।
चौपाल ने कहा, रामचरितमानस को हर कोई नहीं समझेगा। केवल एक जानकार व्यक्ति ही इसे समझ सकता है। बुधवार शाम को बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने दावा किया कि पहले युग में मनु स्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस और एमएस गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स ने समाज में तीसरे युग में नफरत फैलाई।
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विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एन. सिंह ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के चलते बयान दिया है।
सिंह ने कहा, उन्होंने विशेष समुदाय को खुश करने और उन्हें यह संदेश देने के लिए बयान दिया है कि वह बिना किसी समस्या के हिंदुओं के खिलाफ बात कर सकते हैं। मंत्री को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। राज्य सरकार को एक नासमझ शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।
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विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एन. सिंह ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के चलते बयान दिया है।
सिंह ने कहा, उन्होंने विशेष समुदाय को खुश करने और उन्हें यह संदेश देने के लिए बयान दिया है कि वह बिना किसी समस्या के हिंदुओं के खिलाफ बात कर सकते हैं। मंत्री को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। राज्य सरकार को एक नासमझ शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।
सिंह ने कहा, विहिप लोगों को जागरूक करने के लिए पटना और पूरे राज्य में बिहार के शिक्षा मंत्री का पुतला फूंकेगी और बताएगी वह कितने शिक्षित हैं। विहिप के बिहार अध्यक्ष कामेश्वर चौपाल ने कहा, जब हिंदू संस्कृति पर संकट था, तब हिंदू समुदाय ने रामचरितमानस के माध्यम से अपनी संस्कृति को पूरी दुनिया में सहेजा था। रामचरितमानस निराश और हताश लोगों को रोशनी दिखा रहा है। बिहार के शिक्षा मंत्री को यह समझ नहीं आ रहा है कि श्री राम ने माता शबरी के जूते बेर कैसे खाए। उन्होंने निषाद राज को अपने भाई भरत का दर्जा भी दिया है। रामचरितमानस समुद्र की तरह है और बिहार के शिक्षा मंत्री इसकी कीमत पर घोंघे उठा रहे हैं।
चौपाल ने कहा, रामचरितमानस को हर कोई नहीं समझेगा। केवल एक जानकार व्यक्ति ही इसे समझ सकता है। बुधवार शाम को बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने दावा किया कि पहले युग में मनु स्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस और एमएस गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स ने समाज में तीसरे युग में नफरत फैलाई।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम
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पटना, 12 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव के विवादित बयान के बाद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में शुक्रवार को पूरे राज्य में उनका पुतला जलाने का फैसला किया है।
विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एन. सिंह ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के चलते बयान दिया है।
सिंह ने कहा, उन्होंने विशेष समुदाय को खुश करने और उन्हें यह संदेश देने के लिए बयान दिया है कि वह बिना किसी समस्या के हिंदुओं के खिलाफ बात कर सकते हैं। मंत्री को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। राज्य सरकार को एक नासमझ शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।
सिंह ने कहा, विहिप लोगों को जागरूक करने के लिए पटना और पूरे राज्य में बिहार के शिक्षा मंत्री का पुतला फूंकेगी और बताएगी वह कितने शिक्षित हैं। विहिप के बिहार अध्यक्ष कामेश्वर चौपाल ने कहा, जब हिंदू संस्कृति पर संकट था, तब हिंदू समुदाय ने रामचरितमानस के माध्यम से अपनी संस्कृति को पूरी दुनिया में सहेजा था। रामचरितमानस निराश और हताश लोगों को रोशनी दिखा रहा है। बिहार के शिक्षा मंत्री को यह समझ नहीं आ रहा है कि श्री राम ने माता शबरी के जूते बेर कैसे खाए। उन्होंने निषाद राज को अपने भाई भरत का दर्जा भी दिया है। रामचरितमानस समुद्र की तरह है और बिहार के शिक्षा मंत्री इसकी कीमत पर घोंघे उठा रहे हैं।
चौपाल ने कहा, रामचरितमानस को हर कोई नहीं समझेगा। केवल एक जानकार व्यक्ति ही इसे समझ सकता है। बुधवार शाम को बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने दावा किया कि पहले युग में मनु स्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस और एमएस गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स ने समाज में तीसरे युग में नफरत फैलाई।