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Home Today's Special News

सीबीआई ने मुंबई में मारा छापा, बरामद किए 1.99 करोड़ रुपये

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January 12, 2023
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सीबीआई ने मुंबई में मारा छापा, बरामद किए 1.99 करोड़ रुपये
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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

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पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

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नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एक निजी फर्म पीएसएल लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल और अन्य के खिलाफ 217.37 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज चार अलग-अलग मामलों के सिलसिले में मुंबई समेत अन्य जगह छापेमारी की।

छापेमारी के बाद सीबीआई ने करीब 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। पहला मामला सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से लगभग 30.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के कारोबार में थी, ने सिंडिकेट बैंक से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया और उसके बाद, अपनी सहायक कंपनियों में फंड डायवर्ट किया। दूसरा मामला ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) के साथ 51.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था।

पीएसएल लिमिटेड ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था। आरोपियों ने जानबूझकर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को सूचित किए बिना गेल और एनटीपीसी की परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की।

तीसरा मामला आईडीबीआई बैंक लिमिटेड से 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था, जैसे कि अन्य बैंकों की बकाया राशि का पुनर्भुगतान आदि।

चौथा मामला एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था। आरोपी ने कायार्देश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया लेकिन जानबूझकर प्राप्त धन को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया।

अधिकारी ने कहा- आज, हमने मुंबई में दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में आठ स्थानों पर आरोपियों के परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए। मुंबई में निजी कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के परिसर में तलाशी के दौरान 90,413 डॉलर की विदेशी मुद्रा और लगभर 1.99 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई।

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