नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) जहाज कमला देवी को गुरुवार को कोलकाता में कमीशन किया गया। पांच तेज गश्ती जहाजों की श्रृंखला में यह पांचवां जहाज है।
आईसीजी के महानिदेशक वी.एस. पठानिया ने जहाज को कमीशन किया।
इस कार्यक्रम में केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न सैन्य और नागरिक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
आईसीजी का यह जहाज 308 टन वजन के साथ 48.9 मीटर लंबा और 7.5 मीटर चौड़ा है।
जहाज 34 समुद्री मील की अधिकतम गति प्राप्त करने में सक्षम है, एमटीयू 4000 सीरीज इंजन के साथ संचालित है और रोल्स रॉयस के तीन 71एस टाइप 3 कमेवा वॉटरजेट द्वारा संचालित है।
जहाज का निर्माण मैसर्स गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) लिमिटेड, कोलकाता द्वारा स्वदेशी रूप से किया गया है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, जहाज निगरानी, पाबंदी, खोज और बचाव और चिकित्सा निकासी जैसे बहुआयामी कार्यो को करने में सक्षम है।
जहाज अत्याधुनिक तकनीक, नेविगेशन और संचार उपकरण, सेंसर और मशीनरी से सुसज्जित है। जहाज की युद्ध क्षमता को बढ़ाने के लिए जहाज 30 मिमी 2ए42 मेडक बंदूक और 12.7 मिमी एसआरसीजी (स्थिर रिमोट नियंत्रित बंदूक) से भी लैस है।
आईसीजी जहाज कमला देवी का नाम एक सम्मानित भारतीय समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी कमला देवी चट्टोपाध्याय के सम्मान में रखा गया है।
आईसीजी ने कहा कि उन्हें हमेशा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान के लिए याद किया जाता है, जो भारतीय हस्तशिल्प और हथकरघे के पुनर्जागरण के पीछे प्रेरक शक्ति हैं।
वह मद्रास निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव में खड़े होने वाली भारत की पहली महिला हैं, जिन्होंने भारत में महिलाओं के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
मंत्रालय के अनुसार, 1974 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप से सम्मानित किया गया था, जो संगीत, नृत्य और नाटक के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
उन्हें क्रमश: 1955 और 1987 में सरकार द्वारा पद्मभूषण और पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया था। हथकरघा क्षेत्र में उनके कार्यो के लिए उन्हें हथकरघा मां के नाम से जाना जाता है।
जहाज में तेजी से बोर्डिग और खोज और बचाव कार्यो के लिए एक आरआईबी (रिगिड इन्फ्लेटेबल बोट) और एक जेमिनी बोट है। मंत्रालय के अधिकारी ने कहा।
जहाज कमांडर, तटरक्षक जिला मुख्यालय संख्या 8 (पश्चिम बंगाल) के प्रशासनिक नियंत्रण और कमांडर, तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर पूर्व) के परिचालन नियंत्रण के तहत हल्दिया में स्थित होगा।
–आईएएनएस
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