deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home राष्ट्रीय

जद(एस) ने कर्नाटक में बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की

by
October 10, 2023
in राष्ट्रीय
0
जद(एस) ने कर्नाटक में बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

READ ALSO

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास के नए मानदंड स्थापित करने के लिए मध्य प्रदेश संकल्पित : सीएम मोहन यादव

बेंगलुरु में कोरोना से एक मरीज की मौत, कर्नाटक में सक्रिय मामले बढ़कर 38 हुए

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांग की कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार राज्य में जारी बिजली संकट पर श्वेत पत्र जारी करे।

मुख्य सामग्री जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नवरात्रि उत्सव से पहले राज्य में अंधेरे की गारंटी देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की छठी गारंटी योजना होगी।

उन्होंने कहा कि दूरदर्शिता की कमी और प्रबंधन में विफलता आने वाले दिनों में राज्य को अभूतपर्व बिजली संकट की ओर धकेल रही है।सरकार ने पांच आधी-अधूरी गारंटी योजनाएं देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।दिसंबर तक निश्चित रूप से राज्य को बड़े बिजली संकट में धकेल दिया जाएगा।

कुमारस्वामी ने कहा, जनवरी 2024 तक मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति को खत्म कर दिया जाएगा और राज्य में अंधेरा छा जाएगा।पूरे राज्य में सरकार ने जबरन लोड शेडिंग कर दी है और लोग दो घंटे भी बिजली से वंचित हैं।इसके अलावा सरकार ने कावेरी जल मुद्दे पर भी साफ़ झूठ बोला था। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा में राज्य के खिलाफ फैसला लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा, “हमारे किसानों को लोड शेडिंग और बिजली की कमी का उपहार और तमिलनाडु को प्रचुर पानी का उपहार मिला है।”बिजली की कमी से फसलें मर रही हैं। चैनलों में पानी नहीं है और पानी पंप करने के लिए बिजली भी नहीं है। संकट से पहले, कर्नाटक राज्य बिजली उत्पादन में कम पड़ रहा है। वह पहले से ही बिजली के लिए दूसरे राज्यों से गुहार लगा रहा है। पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा संचालित बिजली के उत्पादन में कमी देखी गई है।

कुमारस्वामी ने कहा, यह अक्षमता और दूरदर्शिता की कमी है।जलाशयों में पानी का स्तर कम होने के कारण सरकार ने बिजली का उत्पादन कम करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र भी अधिकतम स्तर पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार पहले से ही जरूरत का 20 फीसदी बिजली बाहर से उधार ले रही है।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज्य को गहरे बिजली संकट में धकेलने के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने आश्चर्य जताया कि संबंधित मंत्री स्थिति के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। अंधेरे की गारंटी तो लोगों को दी ही जायेगी, लेकिन देखना यह होगा कि नवंबर या दिसंबर में इसे लागू किया जायेगा या नहीं।पहले, राज्य के पास सूखे के दौरान बिजली खरीदने के लिए पर्याप्त वित्तीय भंडार था। लेकिन, अब लगता है खजाना खाली है।

कुमारस्वामी ने हमला बोला, कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव तक गारंटी योजनाओं के बहाने लोगों को अपने कब्जे में रखना चाहती है और बाद में वह लोगों को अपनी पीठ दिखाएगी।सरकार ऐसी विकट स्थिति में है कि उसके पास बिजली खरीद का श्रेय लेने की क्षमता नहीं रहेगी।

ऐसी जानकारी है कि सेवा प्रदाताओं ने 11 माह से बकाया नहीं दिया है। अगर यही हाल है तो कर्नाटक में कृषि और उद्योग का भविष्य क्या होगा? उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को मौजूदा स्थिति पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

–आईएएनएस

सीबीटी

Related Posts

राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास के नए मानदंड स्थापित करने के लिए मध्य प्रदेश संकल्पित : सीएम मोहन यादव

May 25, 2025
राष्ट्रीय

बेंगलुरु में कोरोना से एक मरीज की मौत, कर्नाटक में सक्रिय मामले बढ़कर 38 हुए

May 25, 2025
राष्ट्रीय

बेंगलुरु में कोरोना से एक मरीज की मौत, कर्नाटक में सक्रिय मामले बढ़कर 38 हुए

May 25, 2025
प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ का रविवार को 122वां एपिसोड
राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ का रविवार को 122वां एपिसोड

May 25, 2025
जयराम रमेश राहुल गांधी के माउथपीस, जैसा राजा वैसा दरबारी : भाजपा सांसद संजय जायसवाल
राष्ट्रीय

जयराम रमेश राहुल गांधी के माउथपीस, जैसा राजा वैसा दरबारी : भाजपा सांसद संजय जायसवाल

May 24, 2025
राष्ट्रीय

आईपीएल 2025 : मुस्तफिजुर की शानदार गेंदबाजी, दिल्ली कैपिटल्स ने पंजाब किंग्स को छह विकेट से हराया

May 24, 2025
Next Post
समझौता विफल होने के बाद अमेरिकी ट्रक कर्मचारियों की हड़ताल

समझौता विफल होने के बाद अमेरिकी ट्रक कर्मचारियों की हड़ताल

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

नए सीजन में नए और अनुभवी कप्तान रहाणे की अगुआई में आगाज करने को तैयार गत चैंपियन कोलकाता

नए सीजन में नए और अनुभवी कप्तान रहाणे की अगुआई में आगाज करने को तैयार गत चैंपियन कोलकाता

March 21, 2025

झारखंड में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध न रुके तो यह प्रशासनिक विफलता, सरकार सख्त कदम उठाए : हाईकोर्ट

September 18, 2024
सुप्रीम कोर्ट ने एजेंसियों के गलत इस्तेमाल के खिलाफ विपक्ष की याचिका ठुकराई

सुप्रीम कोर्ट ने एजेंसियों के गलत इस्तेमाल के खिलाफ विपक्ष की याचिका ठुकराई

April 5, 2023
चीन का मानवयुक्त चंद्र अन्वेषण मिशन लगातार आगे बढ़ रहा है

चीन का मानवयुक्त चंद्र अन्वेषण मिशन लगातार आगे बढ़ रहा है

March 3, 2025
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

082424
Total views : 5880240
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications