आइजोल, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। असम राइफल्स और राज्य के उत्पाद शुल्क एवं नारकोटिक्स विभाग ने शनिवार को एक संयुक्त अभियान में चुनावी राज्य मिजोरम में 12.12 करोड़ रुपये मूल्य की मादक दवाएं जब्त कीं और दो ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
असम राइफल्स के सूत्रों ने कहा कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए उसके जवानों ने उत्पाद शुल्क और नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर चम्फाई के ज़ोटे में दो तस्करों से 12.12 करोड़ रुपये मूल्य की 40,400 अत्यधिक नशे की लत वाली मेथमफेटामाइन टैबलेट (जिन्हें स्थानीय रूप से याबा टैबलेट या पार्टी टैबलेट भी कहा जाता है) बरामद कीं।
पड़ोसी देश म्यांमार से तस्करी कर लाई गई बरामद दवाओं को उत्पाद शुल्क एवं नारकोटिक्स विभाग को सौंप दिया गया है।
असम राइफल्स के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रतिबंधित वस्तुओं की चल रही तस्करी मिजोरम और भारत के लिए चिंता का एक प्रमुख कारण है।
बयान में कहा गया है, “असम राइफल्स ने अवैध तस्करी के खिलाफ अपने प्रयास जारी रखे हैं और मिजोरम में प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी के सरगनाओं को पकड़ने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना कर दिया है।”
चुनाव आयोग ने पड़ोसी देशों से तस्करी को रोकने या अवैध रूप से आयातित दवाओं को जब्त करने और तस्करों को पकड़ने के लिए अपने प्रयासों को और तेज करने के लिए केंद्रीय और राज्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को कई निर्देश जारी किए।
40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा के लिए चुनाव 7 नवंबर को होंगे। बांग्लादेश और मिजोरम के साथ त्रिपुरा की सीमा और म्यांमार के साथ मणिपुर की बिना बाड़ वाली सीमा पूर्वोत्तर भारत में ड्रग्स की तस्करी के लिए एक आसान गलियारा बन गई है। विभिन्न अवैध दवाओं के अलावा, विदेशी सिगरेट, सोना, हथियार और गोला-बारूद, विदेशी जानवर और सुपारी की तस्करी अक्सर म्यांमार से पूर्वोत्तर राज्यों में की जाती है।
–आईएएनएस
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