ग्रेटर नोएडा, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में नर्सिंग स्टाफ सोमवार सुबह से ही धरने पर बैठे हुए हैं। अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं। इनका आरोप है कि उन्होंने कोरोना महामारी में अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया था। उसके बावजूद भी उनको परमानेंट नहीं किया जा रहा है।
जिम्स अस्पताल में धरने पर बैठे नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि उन लोगों ने कोरोना काल में अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाई थी। अपना कार्य किया था। इन लोगों ने कहा कि नर्सिंग स्टाफ को परमानेंट नहीं किया जा रहा है। जबकि, परमानेंट करने के लिए नए लोगों की भर्ती की जा रही है, जो सरासर गलत है।
इन्होंने बताया कि अब हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इसी बात को लेकर सभी नर्सिंग स्टाफ में भारी रोष है और सभी धरने पर बैठ गए हैं। जब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाएगा, हमारा धरना लगातार चलता रहेगा।
नर्सिंग स्टाफ की तरफ से कहा गया है कि अस्पताल प्रशासन ने कोरोना महामारी के बाद 25 प्रतिशत वेतन बढ़ाने की बात कही थी। लेकिन, इस बात से भी वह मुकर गए। न वेतन बढ़ा और अब तो नौकरी से निकालने की भी तैयारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जो भी डायरेक्टर की तरफ से कोरोना काल में हमसे वादे किए गए थे, वह सभी झूठे निकले हैं। इन्हीं मांगों को लेकर हम धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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