नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार ने अपनी पाक्षिक समीक्षा में 18 अक्टूबर से घरेलू कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स (अप्रत्याशित लाभ पर कर) को 12,200 रुपये से घटाकर 9,050 रुपये प्रति टन कर दिया है। इससे ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड सहित अपस्ट्रीम तेल कंपनियों को फायदा होगा।
इससे पहले सरकार ने उस समय अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 95 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने के कारण 30 सितंबर से कच्चे तेल पर विंडफ़ॉल टैक्स 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 12,100 रुपये प्रति टन कर दिया था क्योंकि उस समय तेल की कीमतें 95 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गई थीं। बीच में तेल की कीमतें कम हो गईं, लेकिन इज़राइल-हमास संघर्ष के मद्देनजर एक बार फिर इसमें तेजीी शुरू हो गई है।
विमान ईंधन पर भी विंडफॉल टैक्स 3.50 रुपये प्रति लीटर से घटाकर एक रुपये और डीजल पर चार रुपये प्रति लीटर से घटाकर तीन रुपये कर दिया गया है, जिससे पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात करने वाले डाउनस्ट्रीम तेल रिफाइनर को लाभ होने की उम्मीद है।
सरकार ने पहली बार पिछले साल जुलाई में कच्चे तेल उत्पादकों पर विंडफॉल टैक्स लगाया था। जब निजी रिफाइनरों ने घरेलू बिक्री के बजाय विदेशी बाजारों में मजबूत रिफाइनिंग मार्जिन से लाभ कमाना शुरू कर दिया तो सरकार ने पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन के निर्यात पर लेवी बढ़ा दी।
–आईएएनएस
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