लखनऊ, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में चालू वित्तीय वर्ष में कर-करेत्तर राजस्व प्राप्तियों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। बैठक में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और मंत्री, आबकारी एवं मद्य निषेध (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल की उपस्थिति भी रही।
उन्होंने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष के लिए 2.62 लाख करोड़ के राजस्व संग्रह लक्ष्य के अनुरूप ठोस कोशिश की जाए। राजस्व की चोरी राष्ट्रीय क्षति है। जीएसटी की चोरी/अपवंचन की कोशिशों को रोकने के लिए सजगता बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने जीएसटी, वैट, आबकारी, स्टाम्प एवं पंजीयन, परिवहन, भू-राजस्व और ऊर्जा में राजस्व संग्रह के लक्ष्य और उसके सापेक्ष प्राप्तियों का विवरण जाना। योगी ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही तक विविध माध्यमों से अब तक 92 हजार करोड़ से अधिक की राजस्व प्राप्ति हुई है। हर विभाग ने विगत वर्ष की पहली दो तिमाहियों के सापेक्ष अच्छा राजस्व संग्रहित किया है। यह जनता से एकत्रित राशि है जो प्रदेश के विकास और लोककल्याणकारी कार्यों में व्यय होगा।
योगी ने कहा कि हाल के समय में सजगता से कर चोरी/अपवंचन पर प्रभावी रोक लगाने में सफलता मिली है। फिर भी कार्यशैली में व्यापक सुधार की जरूरत है। तकनीक का अधिकाधिक उपयोग करें। पर्व-त्योहार के माहौल में अवैध शराब बनाने और बेचने वालों से सख्ती से निपटें। खनन कार्य में संलग्न वाहनों में किसी भी दशा में ओवरलोडिंग न हो। बालू, मोरम, गिट्टी का आम आदमी से सीधा जुड़ाव है। इनकी कीमतों में अनावश्यक बढ़ोतरी न हो।
–आईएएनएस
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