तिरुवनंतपुरम, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। केरल पुलिस ने गुरुवार को राज्य के त्रिशूर जिले में सहकारी बैंक की एक पूर्व महिला प्रबंधक को गिरफ्तार किया।
विजयालक्ष्मी मोहन और उनकी बेटी ने अक्टूबर 2022 में शहरी सहकारी बैंक की पूर्व प्रबंधक प्रीथा हरिदास के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि जब वे 6.70 लाख रुपये की अपनी सावधि जमा को भुनाने गईं तो यह जानकर आश्चर्यचकित रह गईं कि नकदी पहले ही भुनाई जा चुकी है।
मोहन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में पता चला कि मामले में कोई जाँच नहीं चल रही थी क्योंकि बैंक कथित तौर पर माकपा द्वारा नियंत्रित था जो पुलिस पर दबाव डाल रहा था।
इसके बाद मोहन ने उच्च न्यायालय और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार का भी दरवाजा खटखटाया।
परेशानी को भांपते हुए बैंक प्रबंधक ने अग्रिम जमानत के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। हालाँकि, अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया और उसे 17 अक्टूबर को पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा। जब आरोपी तय समय पर पुलिस के सामने उपस्थित नहीं हुई तो पुलिस ने गुरुवार सुबह उसे हिरासत में ले लिया।
संयोग से, यह गिरफ्तारी उस दिन हुई है जब माकपा की युवा शाखा, डीवाईएफआई सहकारी बैंकों और पूर्व मंत्री ए.सी. मोइदीन सहित पार्टी नेताओं से संबंधित मामलों में ईडी छापे के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध-प्रदर्शन कर रही है।
माकपा के पूर्व विधायक एम.के. कन्नन भी ईडी की जांच के घेरे में हैं। केंद्रीय एजेंसी पहले ही पार्टी के एक पार्षद समेत चार को गिरफ्तार कर चुकी है।
–आईएएनएस
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