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Home ताज़ा समाचार

ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को पुलिस हिरासत में भेजा गया (लीड-1)

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October 19, 2023
in ताज़ा समाचार
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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

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महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

–आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

–आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

–आईएएनएस

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

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इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

–आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

–आईएएनएस

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

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पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

महिलाओं को रात में उनके घरों से पकड़ा गया और पुणे लाया गया। दोनों को गुरुवार दोपहर रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

पुलिस अभियोजक ने कांबले और निकम के लिए सात दिनों की हिरासत की मांग की, लेकिन मजिस्ट्रेट ने सोमवार तक केवल चार दिन की हिरासत दी, इसी दिन मुंबई पुलिस के साथ पाटिल की हिरासत समाप्त होगी।

जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं पाटिल की क्रॉस-कंट्री ड्राइव के दौरान मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के दौरान लगातार उसके संपर्क में थी।

दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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पुणे, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को गिरफ्तार ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला साथियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी प्रज्ञा ए. कांबले और अर्चना के. निकम को बुधवार-गुरुवार की रात को नासिक से गिरफ्तार किया, जहां मंगलवार को चेन्नई के पास मुंबई पुलिस द्वारा पाटिल की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा था।

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जांचकर्ताओं ने कहा कि कांबले और निकम, जिन्हें पाटिल की “गर्लफ्रेंड्स” कहा जाता है। उन्होंने कथित तौर पर नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों सहित उसकी अवैध कमाई को अपनी सुरक्षित हिरासत में रखा था।

पुणे पुलिस ने जेल में कुछ महिलाओं के साथ देखी गई पाटिल की कुछ तस्वीरें भी बरामद की हैं, हालांकि अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। संयोग से, 2 अक्टूबर को यहां ससून अस्पताल से पाटिल के कथित ‘भागने’ के बाद पुणे पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसके बाद, वह बुधवार को मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में रहा। उसने दावा किया है कि वह भागा नहीं, बल्कि कथित तौर पर उसका ‘अपहरण’ किया गया था और उसने पुणे पुलिस से अपनी जान को खतरा होने की भी आशंका जताई थी।

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दो सप्ताह तक भागने के दौरान विधुर पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन भी बिताया और फिर अपने ऑन-रोड खर्च के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए।

बाद में, वह मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के माध्यम से पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक पहुंचे, फिर गुजरात के सूरत में प्रवेश किया और वहां से कर्नाटक और तमिलनाडु गया।

रास्ते में, पाटिल को उसके ड्रग माफिया संपर्कों के एक नेटवर्क द्वारा मदद की गई। पुलिस ने कहा कि वे उस मामले में उनका पता लगाएंगे और जांच करेंगे, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है।

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