न्यूयॉर्क, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। 24 वर्षीय एक भारतीय नागरिक ने हैकिंग के माध्यम से अमेरिकी राज्य मोंटाना में एक बुजुर्ग महिला से 1 लाख 50 हजार डॉलर चुराने की बात स्वीकार कर ली है।
सुखदेव वैद को मंगलवार को धोखाधड़ी के लिए दोषी ठहराया गया।
मोंटाना में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय ने एक विज्ञप्ति में कहा, वैद को कार्यवाही लंबित रहने तक हिरासत में लिया गया है और उसकी सजा अगले साल 14 फरवरी को सुनाई जाएगी।
अभियोजन पक्ष के मुताबिक फरवरी में, उत्तर पश्चिम मोंटाना के शहर कालीस्पेल में जालसाजों ने जेन डो नामक 73 वर्षीय महिला से 1 लाख 50 हजार डॉलर चुरा लिए।
यह धोखाधड़ी जेन डो के कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देने वाले एक पॉप-अप नोटिस के कारण हुई। इसमें कहा गया था कि यह ‘हैक्ड’ था और डो को ग्राहक सहायता के लिए एक नंबर पर कॉल करने के लिए कहा गया था।
डो ने अनुपालन किया, और धोखेबाजों ने उसे “फेड” में सुरक्षित रखने के लिए अपने बैंक खातों से नकदी निकालने का निर्देश दिया।
अमेरिकी जिला न्यायाधीश डोनाल्ड डब्ल्यू मोलॉय ने सुनवाई करते हुए कहा कि डो ने निर्देशों का अनुपालन किया और धोखेबाजों को 1 लाख 50 हजार डॉलर नकद दिए।
संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) की योजना के मुताबिक मार्च में, डो ने धोखेबाजों को बताया कि उसके पास अभी भी 50 हजार डॉलर नकद हैं, जो कि द्वारा स्थापित एक चाल थी।
वैद ने डो से पैसे चुराने के लिए गेन्सविले, फ्लोरिडा के सह-प्रतिवादी एडली जोसेफ के साथ मोंटाना की यात्रा की।
जब वे पैसे लेने पहुंचे तो पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
जांच से पता चला कि जालसाजों ने अल्ट्राव्यूअर का उपयोग करके दूर से डो के कंप्यूटर तक पहुंच बनाई, जिसे उन्होंने उसके कंप्यूटर पर इंस्टॉल किया था।
–आईएएनएस
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