हैदराबाद, 14 जनवरी (आईएएनएस)। तेलंगाना के उद्योग एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के.टी. रामा राव ने राज्य में विभिन्न औद्योगिक परियोजनाओं के लिए केंद्र से बजटीय सहायता मांगी है।
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को तेलंगाना से किए गए वादों की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि आगामी केंद्रीय बजट 2023-24 केंद्र के लिए राज्य के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने का सही अवसर है।
राज्य में विभिन्न क्षेत्रों का समर्थन करने के लिए केंद्र से आग्रह वाले कई पत्र लिखने के बाद रामाराव ने शनिवार को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को बजटीय समर्थन के बारे में एक पत्र लिखा, जिसे केंद्र सरकार को तेलंगाना औद्योगिक क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं का विस्तार करना है।
तेलंगाना के मंत्री ने कहा कि अगर केंद्र सही मायने में नारों – मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत में विश्वास करता है, तो तेलंगाना जैसे प्रगतिशील राज्यों को सहयोग देना होगा, जो उन नारों को साकार करने की क्षमता से भरे हुए हैं।
यह कहते हुए कि तेलंगाना की अग्रणी नीतियों ने राज्य के गठन के बाद औद्योगिक क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है, मंत्री ने कहा कि उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने और अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है।
केटीआर ने कहा, भारत का सबसे बड़ा कपड़ा पार्क, दुनिया का सबसे बड़ा एकल फार्मा क्लस्टर – हैदराबाद फार्मा सिटी स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक पार्क से न केवल राज्य, बल्कि पूरे देश का विकास होगा।
यह दोहराते हुए कि यदि राज्यों को मजबूत किया जाए तो देश की प्रगति को तेजी से ट्रैक किया जा सकता है, केटीआर ने तेलंगाना को भारी धनराशि आवंटित करने की मांग की, जो देश के औद्योगिक क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है।
केटीआर ने कहा कि हालांकि राज्य ने अतीत में कई बार केंद्र का समर्थन मांगा है, लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए पिछले आठ केंद्रीय बजटों में उसे पर्याप्त धन नहीं मिला है।
केंद्रीय वित्तमंत्री को लिखे अपने पत्र में केटीआर ने राज्यभर में फैले औद्योगिक गलियारों, औद्योगिक पार्को और विभिन्न अन्य परियोजनाओं को सूचीबद्ध किया, जिन्हें केंद्र सरकार से बजटीय सहायता की जरूरत है।
उन्होंने एनआईएमजेड, जहीराबाद में बाहरी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए वित्तीय सहायता की मांग की। उन्होंने कहा कि केंद्र को 9,500 करोड़ रुपये के कुल अनुमान में से 500 करोड़ रुपये मुहैया कराने चाहिए।
केटीआर ने हैदराबाद-वारंगल औद्योगिक गलियारे और हैदराबाद-नागपुर औद्योगिक गलियारे के विकास के लिए बजटीय समर्थन भी मांगा।
उन्होंने लिखा कि हैदराबाद फार्मा सिटी और एनआईएमजेड जहीराबाद के दो नोड्स को जोड़ने के लिए 5,000 करोड़ रुपये की कुल लागत का कम से कम 50 प्रतिशत जरूरी है।
केंद्रीय मंत्री से हैदराबाद-विजयवाड़ा औद्योगिक गलियारे के विकास के लिए धन सहायता प्रदान करने का भी आग्रह किया गया। केटीआर ने 5,000 करोड़ रुपये में से 1,500 करोड़ रुपये हैदराबाद, जडचेरला, गडवाल, कोठाकोटा नोड्स के लिए मांगे।
टीआईईएस योजना के तहत जादचेरला औद्योगिक पार्क में एक कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) की स्थापना और उसी के लिए गैस आवंटन, ब्राउनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स की मंजूरी और उन्नयन, आदिलाबाद में सीमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया को फिर से खोलना, हैदराबाद में एक राष्ट्रीय डिजाइन केंद्र की स्थापना, बजटीय हैदराबाद फार्मा सिटी के लिए समर्थन, प्रस्तावित रक्षा औद्योगिक उत्पादन गलियारे में हैदराबाद को शामिल करना, काकतीय मेगा टेक्सटाइल पार्क के विकास के लिए समर्थन और व्यापक पावरलूम क्लस्टर विकास योजना के तहत सिरसिला में टेक्सटाइल पार्क, वीविंग पार्क और परिधान पार्क सहित मेगा पावरलूम क्लस्टर की मंजूरी मंत्री द्वारा किए गए अन्य अनुरोधों में शामिल हैं।
–आईएएनएस
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