नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेजन ने शुक्रवार को घोषणा की, कि उसने भारत में उपभोक्ताओं को प्रतिरूपण घोटालों से बचाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर काम किया है।
गुरुवार को, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने घोषणा की, कि उन्होंने भारत में अवैध कॉल सेंटरों के खिलाफ कई राज्यों के विभिन्न शहरों में कई आपराधिक छापे मारे, जो माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन कस्टमर सपोर्ट का प्रतिरूपण करने के लिए स्थापित किए गए थे।
अवैध कॉल सेंटरों ने मुख्य रूप से अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, स्पेन और यूके में स्थित 2,000 से ज्यादा अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट कस्टमर्स को प्रभावित किया।
इस ऑपरेशन को अमेरिका और भारत में संयुक्त अभियोजन समझौतों के माध्यम से अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट द्वारा किए गए एक संयुक्त आपराधिक रेफरल द्वारा समर्थित किया गया था, क्योंकि एक ही साइबर अपराधी दोनों कंपनियों के ग्राहकों को निशाना बना रहे थे।
बिजनेस कंडक्ट एंड एथिक्स के उपाध्यक्ष और एसोसिएट जनरल काउंसिल कैथी शीहान ने एक बयान में कहा, “हमें माइक्रोसॉफ्ट के साथ जुड़कर खुशी हो रही है और हमारा मानना है कि इस तरह की कार्रवाई योग्य साझेदारियां उपभोक्ताओं को प्रतिरूपण घोटालों से बचाने में महत्वपूर्ण हैं।”
साथ मिलकर, कंपनियां उद्योग सहयोग की शक्ति और बुरे कलाकारों को जवाबदेह ठहराने में होने वाले सामूहिक प्रभाव के लिए एक मिसाल कायम कर रही हैं।
कंपनी ने कहा, “हम भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम करना जारी रखेंगे ताकि वे कार्रवाई जारी रख सकें।”
इसके अलावा, कंपनी ने कहा कि उन्होंने 2022 में प्रतिरूपण योजनाओं के हिस्से के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे 20,000 से ज्यादा फिशिंग वेबसाइटों और 10,000 फोन नंबरों को हटाने की पहल की थी।
इसने दुनिया भर में सैकड़ों फर्जीवाड़ों को कानून प्रवर्तन अधिकारियों के पास भेजा, जिसके चलते घोटाले के संचालन पर गिरफ्तारियां और छापे पड़े।
–आईएएनएस
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