नई दिल्ली, 1 नवंबर (आईएएनएस)। निफ्टी में लगातार दूसरे सत्र में बुधवार को गिरावट आई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी का कहना है कि निफ्टी 0.46 फीसदी या 87.7 अंक नीचे 18,991.9 पर बंद हुआ।
फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले से पहले बुधवार को एशियाई शेयरों में मिला-जुला रुख रहा, जबकि यूरोपीय बाजार थोड़े ऊंचे रहे।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार का जीएसटी कलेक्शन अक्टूबर में साल-दर-साल 13 प्रतिशत बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो अब तक का दूसरा सबसे बड़ा कलेक्शन है।
एक निजी सर्वेक्षण से पता चला है कि अक्टूबर में भारत की विनिर्माण गतिविधि आठ महीने के निचले स्तर पर गिर गई, नए ऑर्डर एक साल में सबसे धीमी गति से बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स अक्टूबर में 55.5 पर था, जबकि सितंबर में यह 57.5 पर था।
बोनान्ज़ा पोर्टफोलियो में रिसर्च एनालिस्ट वैभव विदवानी ने कहा, निफ्टी रियलिटी ने हालांकि बुधवार को 1.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि निफ्टी फार्मा, निफ्टी पीएसयू बैंक और निफ्टी ऑयल एंड गैस ऐसे सेक्टर थे, जिन्होंने दिन का अंत 0.35 प्रतिशत, 0.32 प्रतिशत और 0.22 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ किया।
भारत के व्यापक आर्थिक आंकड़ों और एफआईआई की बिकवाली से बुधवार को बाजार पर दबाव रहा।
निफ्टी पर अदानी एंटरप्राइजेज, कोल इंडिया, अदानी पोर्ट्स, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और एशियन पेंट्स शीर्ष पिछड़ने वाले रहे, जबकि सन फार्मा, बीपीसीएल, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, बजाज ऑटो और रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष लाभ पाने वालों में से थे।
–आईएएनएस
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