नई दिल्ली, 2 नवंबर (आईएएनएस)। कैजुअल और मिड-कोर गेम्स में इन-ऐप खरीदारी और विज्ञापन राजस्व में वृद्धि के कारण वित्त वर्ष 2028 तक भारतीय गेमिंग बाजार 7.5 बिलियन डॉलर के स्तर तक पहुंचने की संभावना है।
भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री ने वित्त वर्ष 2023 में 3.1 बिलियन डॉलर का राजस्व कमाया।
गूगल के सहयोग से गेमिंग और इंटरएक्टिव मीडिया फंड लुमिकाई की ‘स्टेट ऑफ इंडिया गेमिंग’ रिपोर्ट के अनुसार, भारत में गेम्स की डिमांड वित्त वर्ष 2023 में 15.4 बिलियन गेमिंग डाउनलोड के साथ मजबूत थी, जो भारत को दुनिया के सबसे बड़े गेमिंग बाजारों में से एक के रूप में चिह्नित करती है।
देश में 568 मिलियन से अधिक गेमर्स हैं, जो सभी भारतीय इंटरनेट यूजर्स का 50 प्रतिशत से अधिक हैं।
संस्थापक जनरल पार्टनर सलोन सहगल ने कहा, ”तेजी से डिजिटलीकरण, नए गेमर्स और नए पेड गेमर्स में वृद्धि और उपभोग की जाने वाले गेमिंग कंटेंट की बढ़ती विविधता के कारण भारतीय गेमिंग बढ़ रही है। भले ही इस साल फंडिंग धीमी हो गई है, लेकिन गेमिंग इंडस्ट्री के प्रति दृष्टिकोण पॉजिटिव है।”
यह डेटा कुल मोबाइल गेम डाउनलोड के मामले में विश्व स्तर पर अग्रणी देशों में से एक के रूप में भारत की वैश्विक स्थिति पर भी प्रकाश डालता है। देश में सभी भारतीय इंटरनेट यूजर्स में से 50 प्रतिशत से अधिक गेमिंग आबादी है। वित्त वर्ष 2023 में यह संख्या 12 फीसदी बढ़ी।
डेटा में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि कैसे गेमिंग पर बिताया गया औसत समय 20 प्रतिशत बढ़कर प्रति गेमर प्रति सप्ताह 10-12 घंटे हो गया।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि लगभग 59 प्रतिशत गेमर्स पुरुष और 41 प्रतिशत महिलाएं हैं, जिनमें से 66 प्रतिशत गैर-महानगरों से आते हैं। 58 प्रतिशत से ज्यादा यूजर्स ने कहा कि वे इन-ऐप खरीदारी में भाग लेते हैं, 62 प्रतिशत यूजर्स का दावा है कि यूपीआई गेम के लिए भुगतान का उनका पसंदीदा तरीका है।
–आईएएनएस
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