deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home Today's Special News

डब्ल्यूईएफ में मंडाविया बोले, अवसरों का लाभ उठाने के लिए भारत के साथ भागीदार बनें

by
January 17, 2023
in Today's Special News, अभिमत, इंदौर, उज्जैन, खेल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, जानकारी, तकनीकी, ताज़ा समाचार, नर्मदापुरम, ब्लॉग, भोपाल, मनोरंजन, रीवा, लाइफ स्टाइल, विचार, शहडोल, सागर
0
डब्ल्यूईएफ में मंडाविया बोले, अवसरों का लाभ उठाने के लिए भारत के साथ भागीदार बनें
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

READ ALSO

राष्ट्र के लिए मध्यस्थता अभियान में अनूपपुर जिले के 44 मामलों का निपटारा

केन नदी का पुल टूटने से ट्रक धंसा, ड्राइवर-क्लीनर फरार

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सभी हितधारकों को अपने देश को अवसरों की भूमि के रूप में देखने और इसके साथ साझेदारी करके इनका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया, यह कहते हुए कि यह प्रयास भारत और दुनिया को स्वस्थ स्थान बनाने की ओर ले जाएगा।

उन्होंने स्विट्जरलैंड के दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की बैठक में आयोजित हेल्थ एंड हेल्थकेयर कम्युनिटी डिनर में भाग लेते हुए कहा, हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच और सामथ्र्य पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सेवा के रूप में स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भारत के दृष्टिकोण को दोहराया।

उन्होंने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना, लगभग 500 मिलियन लोगों को कवर करने वाली पीएम जन आरोग्य योजना या 150,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना का शुभारंभ हो, हमने अंत्योदय की दृष्टि रखी है, जो कि स्वास्थ्य सेवा में अंतिम व्यक्ति का उदय और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने का एक प्रमुख पहलू है।

फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत के योगदान की सराहना करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : जेनेरिक दवाओं में विश्व में अग्रणी होने के अलावा, भारत में यूएसएफडीए के विनिर्माण संयंत्रों की संख्या अमेरिका के बाहर सबसे अधिक है। यह अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है और इसके लिए अग्रणी स्थलों में से एक है। बड़े पैमाने पर दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार करने के लिए, सरकार जल्द ही शुरू होने वाली हील इन इंडिया पहल के माध्यम से चिकित्सा पर्यटन को संस्थागत बना रही है।

मंडाविया दावोस में चल रही विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में कई सत्रों में भाग ले रहे हैं। इस तरह के सत्रों की श्रृंखला में, उन्होंने जर्मन संघीय स्वास्थ्य मंत्री, कार्ल विल्हेम लॉटरबैक के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन समकक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की और भविष्य में भी इस सहयोग को जारी रखने और मजबूत करने की आशा व्यक्त की।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

Related Posts

राष्ट्र के लिए मध्यस्थता अभियान में अनूपपुर जिले के 44 मामलों का निपटारा
शहडोल

राष्ट्र के लिए मध्यस्थता अभियान में अनूपपुर जिले के 44 मामलों का निपटारा

October 8, 2025
केन नदी का पुल टूटने से ट्रक धंसा, ड्राइवर-क्लीनर फरार
सागर

केन नदी का पुल टूटने से ट्रक धंसा, ड्राइवर-क्लीनर फरार

October 8, 2025
ग्राम झमटुली में टोने-टोटके के संदेह में अधेड की लाठियों से पीटकर हत्या
सागर

ग्राम झमटुली में टोने-टोटके के संदेह में अधेड की लाठियों से पीटकर हत्या

October 8, 2025
नागपुर के अस्पतालों में की गई है बच्चों के उपचार की व्यवस्था
भोपाल

किडनी संक्रमण से प्रभावित बच्चों के उपचार का पूरा व्यय शासन द्वारा किया जायेगा वहन: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

October 8, 2025
ग्राम झमटुली से सटई को जोडने वाले 10 किमी लंबे मार्ग पर चलना मुश्किल
सागर

ग्राम झमटुली से सटई को जोडने वाले 10 किमी लंबे मार्ग पर चलना मुश्किल

October 8, 2025
ताज़ा समाचार

श्रीगंगानगर में हादसा: सूरतगढ़-अनूपगढ़ स्टेट हाईवे पर ट्रक से कार टकराई, तीन युवकों की मौत

October 8, 2025
Next Post
8वें निजाम का पार्थिव शरीर हैदराबाद लाया गया, मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

8वें निजाम का पार्थिव शरीर हैदराबाद लाया गया, मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

119836
Total views : 6044543
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In