लखनऊ, 18 जनवरी (आईएएनएस)। रोहित वेमुला की मौत के आठ साल बाद लखनऊ विश्वविद्यालय में दो छात्र समूहों के बीच रोहित वेमुला की पुण्यतिथि मनाने के एक कार्यक्रम को लेकर झड़प हो गई।
दोनों छात्र संगठनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई और एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी हुई। हालांकि, पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने हस्तक्षेप कर दोनों गुटों को अलग किया।
पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने छात्रावास से निकाले जाने के 12 दिन बाद 17 जनवरी, 2016 को अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली।
वह हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निलंबित किए गए पांच शोधार्थियों में से एक थे। इन सभी पांचों पर एबीवीपी के एक छात्र नेता के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया था।
रोहित की मृत्यु ने दलित छात्रों के साथ भेदभाव के मामले में पूरे भारत में व्यापक विरोध को जन्म दिया। अलग-अलग विचारधाराओं से जुड़े छात्र समूह आपस में भिड़ गए, जब एक समूह ने दूसरे पर दलित छात्र को अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया।
–आईएएनएस
एचएमए
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लखनऊ, 18 जनवरी (आईएएनएस)। रोहित वेमुला की मौत के आठ साल बाद लखनऊ विश्वविद्यालय में दो छात्र समूहों के बीच रोहित वेमुला की पुण्यतिथि मनाने के एक कार्यक्रम को लेकर झड़प हो गई।
दोनों छात्र संगठनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई और एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी हुई। हालांकि, पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने हस्तक्षेप कर दोनों गुटों को अलग किया।
पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने छात्रावास से निकाले जाने के 12 दिन बाद 17 जनवरी, 2016 को अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली।
वह हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निलंबित किए गए पांच शोधार्थियों में से एक थे। इन सभी पांचों पर एबीवीपी के एक छात्र नेता के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया था।
रोहित की मृत्यु ने दलित छात्रों के साथ भेदभाव के मामले में पूरे भारत में व्यापक विरोध को जन्म दिया। अलग-अलग विचारधाराओं से जुड़े छात्र समूह आपस में भिड़ गए, जब एक समूह ने दूसरे पर दलित छात्र को अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया।
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दोनों छात्र संगठनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई और एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी हुई। हालांकि, पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने हस्तक्षेप कर दोनों गुटों को अलग किया।
पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने छात्रावास से निकाले जाने के 12 दिन बाद 17 जनवरी, 2016 को अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली।
वह हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निलंबित किए गए पांच शोधार्थियों में से एक थे। इन सभी पांचों पर एबीवीपी के एक छात्र नेता के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया था।
रोहित की मृत्यु ने दलित छात्रों के साथ भेदभाव के मामले में पूरे भारत में व्यापक विरोध को जन्म दिया। अलग-अलग विचारधाराओं से जुड़े छात्र समूह आपस में भिड़ गए, जब एक समूह ने दूसरे पर दलित छात्र को अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया।
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पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने छात्रावास से निकाले जाने के 12 दिन बाद 17 जनवरी, 2016 को अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली।
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रोहित की मृत्यु ने दलित छात्रों के साथ भेदभाव के मामले में पूरे भारत में व्यापक विरोध को जन्म दिया। अलग-अलग विचारधाराओं से जुड़े छात्र समूह आपस में भिड़ गए, जब एक समूह ने दूसरे पर दलित छात्र को अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया।
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पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने छात्रावास से निकाले जाने के 12 दिन बाद 17 जनवरी, 2016 को अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली।
वह हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निलंबित किए गए पांच शोधार्थियों में से एक थे। इन सभी पांचों पर एबीवीपी के एक छात्र नेता के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया था।
रोहित की मृत्यु ने दलित छात्रों के साथ भेदभाव के मामले में पूरे भारत में व्यापक विरोध को जन्म दिया। अलग-अलग विचारधाराओं से जुड़े छात्र समूह आपस में भिड़ गए, जब एक समूह ने दूसरे पर दलित छात्र को अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया।
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रोहित की मृत्यु ने दलित छात्रों के साथ भेदभाव के मामले में पूरे भारत में व्यापक विरोध को जन्म दिया। अलग-अलग विचारधाराओं से जुड़े छात्र समूह आपस में भिड़ गए, जब एक समूह ने दूसरे पर दलित छात्र को अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया।
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वह हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निलंबित किए गए पांच शोधार्थियों में से एक थे। इन सभी पांचों पर एबीवीपी के एक छात्र नेता के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया था।
रोहित की मृत्यु ने दलित छात्रों के साथ भेदभाव के मामले में पूरे भारत में व्यापक विरोध को जन्म दिया। अलग-अलग विचारधाराओं से जुड़े छात्र समूह आपस में भिड़ गए, जब एक समूह ने दूसरे पर दलित छात्र को अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया।
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