कोलकाता, 13 नवंबर (आईएएनएस)। राशन वितरण मामले में गिरफ्तार किए गए पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को जेल कक्ष में किसी भी प्रकार का विशेष उपचार नहीं दिया जा रहा है।
राज्य सुधार विभाग के सूत्रों के अनुसार, वर्तमान राज्य वन मंत्री और पूर्व राज्य खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री को रविवार शाम से दक्षिण कोलकाता में प्रेसीडेंसी सेंट्रल सुधार गृह के सबसे उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में एक अलग सेल में रखा गया है।
हालांकि, उन्हें सोने के लिए कोई खाट या कोई गद्दा उपलब्ध नहीं कराया गया है। उन्हें दो कंबल उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें से एक को सोते समय गद्दे के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
राज्य सुधार विभाग के अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ”जेल संहिता के तहत किसी कैदी को अलग खाट या गद्दा तभी मुहैया कराया जा सकता है, जब इस संबंध में किसी अदालत से अलग आदेश हो। जब तक ऐसा कोई आदेश नहीं आ जाता तब तक उन्हें कंबल को गद्दे की तरह इस्तेमाल करके उस पर सोना पड़ेगा।”
संयोगवश 1/22 नाम का वार्ड, प्रेसीडेंसी सेंट्रल करेक्शनल होम का सबसे उच्च सुरक्षा वाला वार्ड है।
पश्चिम बंगाल में करोड़ों के स्कूल भर्ती मामले में कथित संलिप्तता के लिए हिरासत में लिए गए पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी को भी इसी वार्ड में रखा गया है।
पता चला है कि मलिक को जिस सेल में रखा गया है, वहां फिलहाल कोई टेलीविजन सेट नहीं है। उन्हें दैनिक समाचार पत्र पढ़ने का मौका मिलेगा जो रोटेशनल आधार पर होगा। हालांकि, विशेष अदालत के आदेश के अनुसार उन्हें नियमित जेल भोजन के बजाय केवल आहार भोजन प्रदान किया जा रहा है।
–आईएएनएस
एमकेएस/एबीएम