बेंगलुरु, 16 नवंबर (आईएएनएस)। ‘पोस्टिंग के बदले नकद’ के विपक्ष के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने चुनौती दी है कि अगर एक भी मामले में उनके खिलाफ आरोप साबित हो गए तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
सिद्दारमैया ने यहाँ पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि वह अपने पूरे राजनीतिक जीवन में ‘पोस्टिंग के बदले पैसे’ में शामिल नहीं रहे हैं।
जब उनसे पूछा गया कि उनके बेटे ने उन्हें फोन पर सूची में केवल पांच नामों को मंजूरी देने के लिए कहा था, तो सिद्दारमैया ने कहा कि अगर सूची में नाम थे, तो क्या इसका मतलब स्थानांतरण है?
भाजपा विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण ने कहा, सिद्दारमैया के बेटे यतींद्र का वीडियो जिसमें उन्हें सूची में नामित पांच लोगों के काम को अंतिम रूप देने के लिए कहा गया था, एटीएम सरकार, वाईएसटी (यतींद्र, सिद्दारमैया टैक्स) के आरोपों को साबित करता है। भाजपा ने आरोप लगाया था कि अब वाईएसटी की सरकार है।
उन्होंने मांग की, “भाजपा ने यतींद्र के हस्तक्षेप पर सवाल उठाया है, जिनके पास प्रशासन में कोई संवैधानिक पद नहीं है। सत्ता का दुरुपयोग स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है और यतींद्र के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए। सिद्दारमैया जो पारदर्शिता, सत्ता के दुरुपयोग, जवाबदेही पर बोलते हैं, उन्हें अपने बेटे यतींद्र के खिलाफ कार्रवाई शुरू करनी चाहिए और एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए।”
पूर्व सीएम एच.डी. कुमारस्वामी ने कहा, “राज्य में बिना किसी शर्म, बिना किसी डर के लगातार कैश-फॉर-पोस्टिंग घोटाला हो रहा था और वीडियो इसका पुख्ता सबूत है।”
कुमारस्वामी ने सिद्दारमैया पर हमला करते हुए कहा, “कांग्रेस सरकार का जबरन वसूली का कारोबार खुलकर सामने आ गया है। सामाजिक न्याय के चैंपियन का असली चेहरा सामने आ गया है।”
कुमारस्वामी ने आगे मांग की कि, “…आप उच्च आत्म सम्मान की बात करते हैं? आपको तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और सीएम का पद खाली कर देना चाहिए।”
कुमारस्वामी के बयान पर प्रतिक्रिया माँगने पर गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है और मीडियाकर्मियों को यह सवाल पूर्व सीएम एच.डी. कुमारस्वामी से पूछना चाहिए जिन्होंने यह मुद्दा उठाया था।
उन्होंने कहा, “चुनाव के दौरान कांग्रेस ने लोगों को आश्वासन दिया है और उन्हें पूरा करने का प्रयास किया गया है। मैंने यतींद्र सिद्दारमैया का वीडियो नहीं देखा है और मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।”
–आईएएनएस
एकेजे
बेंगलुरु, 16 नवंबर (आईएएनएस)। ‘पोस्टिंग के बदले नकद’ के विपक्ष के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने चुनौती दी है कि अगर एक भी मामले में उनके खिलाफ आरोप साबित हो गए तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
सिद्दारमैया ने यहाँ पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि वह अपने पूरे राजनीतिक जीवन में ‘पोस्टिंग के बदले पैसे’ में शामिल नहीं रहे हैं।
जब उनसे पूछा गया कि उनके बेटे ने उन्हें फोन पर सूची में केवल पांच नामों को मंजूरी देने के लिए कहा था, तो सिद्दारमैया ने कहा कि अगर सूची में नाम थे, तो क्या इसका मतलब स्थानांतरण है?
भाजपा विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण ने कहा, सिद्दारमैया के बेटे यतींद्र का वीडियो जिसमें उन्हें सूची में नामित पांच लोगों के काम को अंतिम रूप देने के लिए कहा गया था, एटीएम सरकार, वाईएसटी (यतींद्र, सिद्दारमैया टैक्स) के आरोपों को साबित करता है। भाजपा ने आरोप लगाया था कि अब वाईएसटी की सरकार है।
उन्होंने मांग की, “भाजपा ने यतींद्र के हस्तक्षेप पर सवाल उठाया है, जिनके पास प्रशासन में कोई संवैधानिक पद नहीं है। सत्ता का दुरुपयोग स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है और यतींद्र के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए। सिद्दारमैया जो पारदर्शिता, सत्ता के दुरुपयोग, जवाबदेही पर बोलते हैं, उन्हें अपने बेटे यतींद्र के खिलाफ कार्रवाई शुरू करनी चाहिए और एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए।”
पूर्व सीएम एच.डी. कुमारस्वामी ने कहा, “राज्य में बिना किसी शर्म, बिना किसी डर के लगातार कैश-फॉर-पोस्टिंग घोटाला हो रहा था और वीडियो इसका पुख्ता सबूत है।”
कुमारस्वामी ने सिद्दारमैया पर हमला करते हुए कहा, “कांग्रेस सरकार का जबरन वसूली का कारोबार खुलकर सामने आ गया है। सामाजिक न्याय के चैंपियन का असली चेहरा सामने आ गया है।”
कुमारस्वामी ने आगे मांग की कि, “…आप उच्च आत्म सम्मान की बात करते हैं? आपको तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और सीएम का पद खाली कर देना चाहिए।”
कुमारस्वामी के बयान पर प्रतिक्रिया माँगने पर गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है और मीडियाकर्मियों को यह सवाल पूर्व सीएम एच.डी. कुमारस्वामी से पूछना चाहिए जिन्होंने यह मुद्दा उठाया था।
उन्होंने कहा, “चुनाव के दौरान कांग्रेस ने लोगों को आश्वासन दिया है और उन्हें पूरा करने का प्रयास किया गया है। मैंने यतींद्र सिद्दारमैया का वीडियो नहीं देखा है और मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।”
–आईएएनएस
एकेजे