नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। देश के सबसे बड़े एयरोस्पेस अनुसंधान संस्थान नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (एनएएल) पर कथित तौर पर कुख्यात रैंसमवेयर समूह लॉकबिट का हमला हुआ है।
टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, लॉकबिट ने एनएएल को अपनी डार्क वेब लीक साइट में जोड़ा है, और अनिर्दिष्ट फिरौती का भुगतान करने में विफल रहने पर संगठन के डेटा को प्रकाशित करने की धमकी दी है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है, “लॉकबिट ने गोपनीय पत्र, एक कर्मचारी का पासपोर्ट और अन्य आंतरिक दस्तावेजों सहित आठ कथित चोरी किए गए दस्तावेज़ पोस्ट किए।”
खबर लिखे जाने तक एनएएल की वेबसाइट बंद थी और अनुसंधान संगठन या भारतीय साइबर एजेंसी सीईआरटी-इन ने अभी तक रिपोर्ट पर टिप्पणी नहीं की है।
इस महीने की शुरुआत में, लॉकबिट ने इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना (आईसीबीसी) की अमेरिकी शाखा पर हमला किया, जिससे अमेरिकी ट्रेजरी बाजार में व्यापार बाधित हुआ।
हैकर समूह ने कथित तौर पर स्वीकार किया कि उसे बैंक द्वारा फिरौती का भुगतान किया गया था।
लॉकबिट के बिजनेस मॉडल को “रैनसमवेयर-ए-ए-सर्विस” के रूप में जाना जाता है। यह अपने दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर को अन्य हैकर्स को बेचता है, जो साइबर हमलों को अंजाम देते हैं।
–आईएएनएस
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