नई दिल्ली, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय नौसेना का जहाज सुमेधा 4 से 6 दिसंबर 2023 तक मेडागास्कर के अंत्सिरानाना में तैनात है। भारतीय नौसेना की लंबी दूरी के मिशन के रूप में यह तैनाती की गई है। इस यात्रा का उद्देश्य मेडागास्कर के साथ समुद्री सुरक्षा और द्विपक्षीय सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को बढ़ाना है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक भारत और मेडागास्कर के बीच पारंपरिक रूप से मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। दोनों देश लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और विकास के सामान्य लोकाचार के सिद्धांतों को साझा करते हैं। यह तैनाती पूर्वी अफ्रीकी देशों के साथ भारत के मधुर और सौहार्दपूर्ण संबंधों को भी परिलक्षित करती हैं।
अपने प्रवास के दौरान, आईएनएस सुमेधा व्यवसायिक विचार-विमर्श, सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान के लिए प्रशिक्षण और मालागासी नौसेना कर्मियों के साथ बातचीत में शामिल होगा। इस यात्रा का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण सभी के लिए सुरक्षा और विकास (एसएजीएआर) के अनुरूप हिंद महासागर क्षेत्र में दो मैत्रीपूर्ण नौसेनाओं के बीच क्षमता निर्माण की दिशा में अंतरसंचालनीयता को बढ़ाना है।
जहाज 6 दिसंबर को प्रस्थान से पहले मालागासी नौसेना के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) भी करेगा। इस दौरान संचार, सामरिक युद्धाभ्यास और उड़ान संचालन जैसे समुद्री संचालन के विभिन्न पहलुओं की योजना तय की गई है।
आईएनएस सुमेधा सरयू वर्ग के स्वदेशी रूप से निर्मित नौसेना अपतटीय गश्ती जहाज (एनओपीवी) में से तीसरा है, जो स्वतंत्र रूप से और बेड़े संचालन में कई भूमिकाओं के लिए तैनात किया गया है। वह विशाखापत्तनम स्थित भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का हिस्सा है और फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पूर्वी नौसेना कमान के परिचालन कमान के तहत कार्य करती है।
जहाज कई हथियार प्रणालियों, सेंसर, अत्याधुनिक नेविगेशन और संचार प्रणालियों/इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट से सुसज्जित है। सुमेधा ने विभिन्न बेड़े सहायता अभियान, तटीय और अपतटीय गश्त, महासागर निगरानी, गैर-लड़ाकू निकासी अभियान और मानवीय सहायता और आपदा राहत मिशन चलाए हैं।
इस जहाज को 6 से 15 सितंबर 2023 तक एक्सरसाइज ब्राइट स्टार (मिस्र में द्विवार्षिक रूप से आयोजित एक बहुराष्ट्रीय अभ्यास) और 24 से 26 अक्टूबर 2023 तक भारत-यूरोपीय यूनियन संयुक्त नौसेना अभ्यास में भाग लेने वाले भारतीय नौसेना के पहले जहाज का गौरव भी प्राप्त है।
–आईएएनएस
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