मुंबई, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। रेड-बॉल क्रिकेट में करीब 9 साल बाद वापसी कर रही भारतीय महिला टीम के हौसले बुलंद हैं। इंग्लैंड के खिलाफ चार दिवसीय एकमात्र टेस्ट मैच में केवल दो दिन की तैयारी के साथ मैदान पर उतर रही भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि वे आक्रामक खेल खेलेंगी।
भारत ने आखिरी बार घरेलू मैदान पर नौ साल पहले टेस्ट मैच खेला था और उनका आखिरी लाल गेंद का मैच दो साल पहले कैरारा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था। हरमनप्रीत कौर उस मैच से चूक गईं और इस तरह वह कप्तान के रूप में अपनी शुरुआत करेंगी।
उनके कई साथियों ने मल्टी-डे क्रिकेट नहीं खेला है क्योंकि महिला क्रिकेटरों को घरेलू सर्किट में रेड-बॉल क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलता है। इस प्रकार लाल गेंद वाला क्रिकेट उनमें से कई लोगों के लिए एक अज्ञात वस्तु है। मौजूदा टीम में कप्तान हरमनप्रीत कौर और उनकी डिप्टी स्मृति मंधाना ही एकमात्र ऐसी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने घरेलू मैदान पर रेड-बॉल क्रिकेट खेला है।
हालांकि, इन सभी तथ्यों के बावजूद हरमन ने कहा कि वे आक्रामक क्रिकेट खेलेंगे और परिणाम के लिए जाएंगे।
“यह सब मानसिकता के बारे में है। टी-20 के बाद सीधे रेड-बॉल क्रिकेट खेलना हमारे लिए एक बड़ा बदलाव है, लेकिन हमने चर्चा की है कि हम अपनी बल्लेबाजी शैली नहीं बदलेंगे और अपना स्वाभाविक खेल खेलेंगे। मेरा दृष्टिकोण उसी तरह का होगा जैसा कि टी20- आक्रामक फील्ड प्लेसमेंट, आक्रमण और गेंदबाजी, लेकिन हम स्थिति के अनुसार चीजों में बदलाव करेंगे।”
भारतीय कप्तान ने गुरुवार को यहां डीवाई पाटिल स्टेडियम में मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुधवार को यह बात कही।
हरमनप्रीत ने यह भी कहा कि हालांकि उनके बल्लेबाजों को रेड-बॉल क्रिकेट की तैयारी के लिए ज्यादा दिन नहीं मिले, लेकिन गेंदबाजी इकाई को एक पखवाड़े का प्रशिक्षण मिला।
हरमनप्रीत व्यक्तिगत खिलाड़ियों पर भी भरोसा कर रही हैं कि वे अपना हाथ बढ़ाएं और भारत की अगुवाई करें जैसा कि उनके लिए हाल के टेस्ट मैचों में हुआ है।
–आईएएनएस
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