शहर में बैडमिंटन अकादमी चलाने वाले नागराजा एम.जी. द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर जांच शुरू की गई है। शिकायत में कहा गया है कि लक्ष्य सेन का जन्म 1998 में हुआ था, लेकिन उसने गलत तरीके से 2001 को अपनी जन्मतिथि बताया।
शिकायत में कहा गया है कि दस्तावेजों में हेराफेरी कर आरोपी ने अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ धोखाधड़ी की और सरकार से लाभ प्राप्त किया।
बेंगलुरु में हाई ग्राउंड्स पुलिस के मुताबिक, सेन के पिता धीरेंद्र कुमार सेन, उनकी मां निर्मला सेन, चिराग सेन, उनके भाई और कोच विमल कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जहां उनके पिता धीरेंद्र कुमार सेन एक बैडमिंटन कोच हैं, वहीं उनके भाई चिराग सेन भी एक बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि लक्ष्य और चिराग के जन्म विवरणों में उनके जन्म प्रमाणपत्रों में हेराफेरी की गई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि कर्नाटक बैडमिंटन एसोसिएशन विमल कुमार और प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी में कोच की मिलीभगत से, आरोपी भाई अपने आयु वर्ग से नीचे के विरोधियों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह 2010 से हो रहा है।
शिकायतकर्ता नागराजू ने लक्ष्य सेन को आरोपी नंबर तीन बताया है। उन्होंने एक निजी शिकायत के साथ स्थानीय अदालत का दरवाजा खटखटाया और जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई और एक जांच शुरू की गई।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया है, लक्ष्य सेन को हाल ही में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
–आईएएनएस
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