deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

घने कोहरे की चुनौतियों के बीच दिल्ली हवाईअड्डे को विमानन जांच का सामना करना पड़ रहा

by
December 29, 2023
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

READ ALSO

गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भुज एयरबेस का करेंगे दौरा

कर्नल सोफिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामला: मंत्री विजय शाह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दिल्ली हवाई अड्डे पर हाल की देरी और मार्ग परिवर्तन की जांच शुरू की है। दरअसल, दिल्ली इस समय घने कोहरे से जूझ रही है जिससे एयरलाइन परिचालन प्रभावित हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि जांच का उद्देश्य इन व्यवधानों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। कोहरे की स्थिति के बीच, एयरलाइंस यह पता लगाने के लिए जांच के दायरे में हैं कि क्या उन्होंने कम विजिबिलिटी वाली स्थितियों के लिए उचित रूप से सुसज्जित विमान और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित चालक दल तैनात किए हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह जांचने के लिए एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है कि क्या कैप्टन को कम विजिबिलिटी वाले संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं किए जाने के कारण उड़ानों को डायवर्ट किया गया था?

दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्तमान में केवल एक कैट (सीएटी) 3-सुसज्जित रनवे है जो कम विजिबिलिटी में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरा रनवे 28/10 री-कार्पेटिंग के दौर से गुजर रहा है, जिससे इसकी उपयोगिता प्रभावित हो रही है। एक बार री-कार्पेटिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, डीजीसीए कैट 3 बी-अनुरूप रनवे के रूप में पुन प्रमाणन के लिए रनवे का निरीक्षण करेगा।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, 25 दिसंबर रात 12 बजे से 28 दिसंबर सुबह 6 बजे के बीच कुल 58 उड़ानों (मुख्य रूप से घरेलू वाहकों द्वारा संचालित) का कम विजिबिलिटी के कारण मार्ग परिवर्तन हुआ।

इनमें से अधिकांश उड़ानों को रद्द करना पड़ा क्योंकि पायलटों के पास चुनौतीपूर्ण कम विजिबिलिटी स्थितियों में काम करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण का अभाव था। विशेष रूप से इस अवधि के दौरान दिल्ली हवाईअड्डे पर इंडिगो ने 13, एयर इंडिया ने 10, स्पाइसजेट ने 10, विस्तारा ने 5, अकासा एयर ने 3 और एलायंस एयर ने 2 उड़ानें भरीं।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के अनुसार, कोहरे की अवधि 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक परिभाषित की गई है। कैट 3 संचालन के लिए फॉग विंडो रात 9 बजे से सुबह 10 बजे तक परिभाषित की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में कई हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ”पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार (30 दिसंबर) की सुबह तक और कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।”

–आईएएनएस

एफजेड

Related Posts

ताज़ा समाचार

गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भुज एयरबेस का करेंगे दौरा

May 16, 2025
ताज़ा समाचार

कर्नल सोफिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामला: मंत्री विजय शाह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

May 16, 2025
ताज़ा समाचार

दिल्ली-एनसीआर की बिगड़ी हवा : मुंडका में एक्यूआई 400 पार, नोएडा की भी स्थिति खराब

May 16, 2025
राष्ट्रीय डेंगू दिवस: डेंगू आया तो घबराएं नहीं, अपनाएं ये आसान उपाय!
ताज़ा समाचार

राष्ट्रीय डेंगू दिवस: डेंगू आया तो घबराएं नहीं, अपनाएं ये आसान उपाय!

May 16, 2025
ताज़ा समाचार

राहुल गांधी के दौरे से नहीं पड़ेगा फर्क, बिहार की जनता एनडीए के साथ : संगीता कुमारी

May 16, 2025
ताज़ा समाचार

मिर्जापुर के राजकुमार मिश्रा ने रचा इतिहास, ब्रिटेन के वेलिंगब्रो टाउन के बने मेयर

May 16, 2025
Next Post

'श्रीमद रामायण' में 'श्रवण' की भूमिका निभाएंगे मोहम्मद सऊद मंसूरी

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

हीटवेव से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने अचानक अस्पताल पहुंचे सौरभ भारद्वाज

June 20, 2024
ईरान-इजरायल संघर्ष का भारतीय कंपनियों के कारोबार पर होगा असर : एक्सपर्ट्स

ईरान-इजरायल संघर्ष का भारतीय कंपनियों के कारोबार पर होगा असर : एक्सपर्ट्स

October 2, 2024
सीएम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए दो भाजाप विधायकों पर होगी कार्रवाई: कर्नाटक डीजीपी

सीएम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए दो भाजाप विधायकों पर होगी कार्रवाई: कर्नाटक डीजीपी

May 25, 2023

निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा के बयान से भाजपा का किनारा, कहा- ‘यह उनका व्यक्तिगत बयान’

April 20, 2025
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081434
Total views : 5874828
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In