टोरंटो, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। एक सिख व्यक्ति ने बताया कि पिछले महीने कनाडा के ओंटारियो प्रांत में गोलीबारी में मारे जाने से ठीक चार दिन पहले पुलिस ने भारत से आए उसके माता-पिता से बात की थी।
20 नवंबर की रात कैलेडन-ब्रैम्पटन सीमा पर किराये के एक घर में जगतार सिंह सिद्धू और हरभजन कौर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उन्हें 20 से ज्यादा गोली मारी गई थीं।
जगतार सिंह सिद्धू की मौके पर मौत हो गई, जबकि हरभजन कौर ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जबकि सिख व्यक्ति की बहन को भी 13 गोली लगी है। वह भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है।
दंपत्ति के बेटे और कनाडाई नागरिक गुरदित सिंह सिद्धू ने सीबीसी न्यूज को बताया, ”वह जानना चाहते हैं कि उनके माता-पिता के साथ ऐसा क्यों और किसने किया, जिन्हें जनवरी में भारत लौटना था।”
गुरदित सिंह सिद्धू ने बताया कि पील क्षेत्रीय पुलिस के होमिसाइड एंड मिसिंग पर्सन्स ब्यूरो का एक अधिकारी उनके घर पर क्यों आया, और उनकी हत्या से चार दिन पहले उसके माता-पिता से बात की थी।
गुरदित सिंह सिद्धू ने कहा, ”मुझे ऐसा लगा जैसे मुझे उन्हें कभी यहां नहीं बुलाना चाहिए था। मैं सिर्फ अपनी बहन के लिए दुआएं कर रहा हूं। उसे माता-पिता के बारे में नहीं बताया है।”
सिद्धू ने अपनी बहन की देखभाल के लिए नौकरी भी छोड़ दी है। उन्होंने सीबीसी को बताया कि गोलीबारी की जानकारी मिलने के बाद उनके दिमाग में सबसे पहली बात यह आई कि हत्या से पहले पुलिस उनके माता-पिता से मिलने क्यों आई थी।
यही सवाल हम पुलिस से पूछना चाह रहे हैं। आप यहां क्यों आए थे। मेरे परिवार को क्यों निशाना बनाया गया? आपने हमें कुछ भी सूचना क्यों नहीं दी?’ क्योंकि निश्चित रूप से उन्हें पता था कि कुछ होने वाला है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम सोच भी नहीं सकते थे कि ये चीजें कनाडा में हो सकती हैं। इसलिए मैंने यह सोचकर यहां की नागरिकता ली कि यह एक सुरक्षित देश है।”
16 नवंबर को जब पील पुलिस ने मेफील्ड और एयरपोर्ट रोड के पास स्थित घर का दौरा किया, तब सिद्धू के माता-पिता घर पर अकेले थे। चूंकि उनमें से कोई भी अंग्रेजी नहीं बोलता था, उन्होंने एक मित्र दमन प्रीत सिंह को फोन किया, जिसने बातचीत का अनुवाद करने की पेशकश की।
दमन प्रीत सिंह ने सीबीसी टोरंटो को बताया कि उसने पुलिस अधिकारी से उसका बैज नंबर पूछा। फिर अधिकारी के सवालों का जवाब दिया कि गुरदीत सिंह सिद्धू के एक साल पहले आने के बाद से घर में कौन रह रहा है।
दमन ने कहा, “पुलिस अधिकारी मुझसे कह रहे थे, ‘हम किसी की तलाश कर रहे हैं, इसलिए हम यहां रहने वाले लोगों की पहचान करने के लिए आए हैं।”
सिद्धू को इस बात की जानकारी नहीं है कि पील पुलिस सवाल क्यों पूछ रही थी क्योंकि यह क्षेत्र ओंटारियो प्रांतीय पुलिस के अधिकार क्षेत्र में है।
सिद्धू ने कहा कि हरभजन ने उन्हें बताया कि पुलिस करीब एक घंटे तक सड़क पर खड़ी रही और पुलिस अधिकारी ने अपना कार्ड उनके पास छोड़ दिया, जिसमें बैज नंबर भी शामिल था। उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस से दौरे के बारे में कई बार पूछा है, लेकिन वे कह रहे हैं कि ‘हम कुछ नहीं कह सकते, हमारे पास कोई जवाब नहीं है’।
घटना के तुरंत बाद जांच शुरू करते हुए ओंटारियो प्रांतीय पुलिस (ओपीपी) ने कहा, गलत पहचान के कारण उनकी हत्या हो सकती है। उनका मानना है कि हत्या में कई संदिग्ध शामिल थे।
ओपीपी के डिटेक्टिव इंस्पेक्टर ब्रायन मैकडरमॉट ने टोरंटो स्टार अखबार को बताया था कि जांचकर्ता हत्या के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। उस पहलू पर कोई ठोस निर्णय लेना अभी भी जल्दबाजी होगी।
–आईएएनएस
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