सिडनी, 7 जनवरी (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने भविष्य में कोचिंग में उतरने के अपने इरादे व्यक्त किए हैं। साथ ही भविष्यवाणी की है कि अगले दशक में स्लेजिंग पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।
37 वर्षीय डेविड वार्नर ने एससीजी में अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला और टेस्ट क्रिकेटर के रूप में अपनी आखिरी पारी में 57 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला 3-0 से जीतने में मदद की।
उन्होंने पहले ही वनडे से संन्यास की घोषणा कर दी है। हालांकि उन्होंने 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए जरूरत पड़ने पर वापसी का दरवाजा खुला रखा है, लेकिन वह दुनिया भर में टी20 और फ्रेंचाइजी लीग के लिए उपलब्ध रहेंगे।
वॉर्नर ने कहा, “संभावित रूप से कोच बनने की मेरी महत्वाकांक्षाएं हैं। हालांकि, मुझे पहले अपनी पत्नी से बात करनी होगी कि क्या मुझे कुछ और दिनों के लिए अनुमति दी जाती है।”
इस सप्ताह की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा, जो वार्नर के बचपन के दोस्त भी हैं, ने दावा किया कि कोचिंग स्टाफ और वरिष्ठ खिलाड़ियों ने वार्नर को अपने टेस्ट करियर के शुरुआती दिनों में विरोधियों को स्लेज करने का निर्देश दिया था, जिसके कारण उन्हें एक आक्रामक खिलाड़ी के रूप में देखा जाने लगा।
वॉर्नर ने कहा, “जब मैं टीम में आया, तो मैदान पर मेरा तरीका विरोधी खिलाड़ियों को परेशान करना और जब वे बल्लेबाजी कर रहे हों तो उन्हें अपनी लय से भटकाना था। मुझे उस व्यक्ति के रूप में ढाला गया। मेरे दृष्टिकोण से मुझे लगा कि मैं विपक्ष के साथ लड़ाई में शामिल हुए बिना भी मैदान पर वही ऊर्जा दे सकता हूं।”
वार्नर ने अपने टेस्ट करियर का समापन 44.59 की औसत से 8,786 रन के साथ किया, जिसमें 112 मैचों में 26 शतक और 37 अर्द्धशतक शामिल हैं। जो टेस्ट इतिहास में ऑस्ट्रेलिया के पांचवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।
वॉर्नर ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि अब आपको उस तरह की स्लेजिंग या ऐसा कुछ देखने को मिलेगा। मुझे लगता है कि यह मेरे और शाहीन शाह आफरीदी की तरह थोड़ी हंसी-मजाक, थोड़ा मजाक जैसा होगा।”
–आईएएनएस
एएमजे/एकेजे