लंदन, 16 जनवरी (आईएएनएस)। इराक में कुर्दिस्तान क्षेत्र के प्रधानमंत्री मसरूर बरज़ानी ने ईरान पर राजधानी एरबिल पर उसके हमलों में निर्दोष नागरिकों की हत्या करने का आरोप लगाया है।
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने पहले कहा था कि उन्होंने क्षेत्र में एक इजरायली जासूसी केंद्र पर हमला किया है।
हमले के बाद दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) से इतर बोलते हुए बरज़ानी ने कहा कि ईरानी आरोप निराधार हैं और उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना को देश से वापस जाना चाहिए।
इराक ने मंगलवार को एरबिल पर ईरान के आक्रामकता की निंदा की जिसके कारण आवासीय क्षेत्रों में नागरिक हताहत हुए।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इराकी सरकार इन कार्यों के खिलाफ सभी कानूनी कदम उठाएगी, जिन्हें इराक की संप्रभुता और उसके लोगों की सुरक्षा का उल्लंघन माना जाता है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शिकायत दर्ज करना भी शामिल है।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने भी सीरिया में हमले का दावा किया है। समूह ने कहा कि उसने आईएस ठिकानों सहित देश में आतंकवादी अभियानों पर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं और उन्हें नष्ट कर दिया।
एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि अमेरिका ने उन मिसाइलों पर नज़र रखी, जो उत्तरी इराक और उत्तरी सीरिया में गिरीं थीं। शुरुआती संकेत थे कि हमले ‘लापरवाह और अचूक’ थे।
उत्तरी सीरिया में हमले आईएस द्वारा इस महीने की शुरुआत में 2020 के अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए एक ईरानी जनरल की स्मृति को निशाना बनाकर किए गए दो आत्मघाती बम विस्फोटों की जिम्मेदारी लेने के बाद हुए।
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व रिवोल्यूशनरी गार्ड जनरल कासिम सुलेमानी के सम्मान में आयोजित एक समारोह में हुए उस हमले में कम से कम 84 लोग मारे गए और 284 अन्य घायल हो गए।
–आईएएनएस
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