नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। विदेश भेजने के नाम पर लोगों को कथित तौर पर ठगने के आरोप में 42 वर्षीय फरार जालसाज को पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि आरोपी की पहचान सैयद शौकत उल्ला के रूप में हुई है। वह टिकट बुकिंग एजेंट के रूप में काम कर रहा था और एक सिंडिकेट में शामिल था, जो पीड़ितों को सस्ती दरों पर विदेशी देशों के पासपोर्ट की पेशकश करके विदेश भेजने के बहाने लुभाता था।
आरोपी की गिरफ्तारी एक साल से अधिक समय बाद तब हुई है, जब फर्जी मलेशियाई पासपोर्ट पर यात्रा कर रहे दो यात्रियों और एक एजेंट को आईजीआई हवाईअड्डा पुलिस ने पकड़ा था।
पुलिस के अनुसार, 11 सितंबर 2022 को यात्री नीलेश शैलेश भाई पटेल और रमेश भाई शांतिलाल, एयर कैरियर एयर इंडिया की उड़ान से अजरबैजान से निर्वासित होने के बाद दिल्ली हवाईअड्डे पर पहुंचे और आगमन इमिग्रेशन (आव्रजन) मंजूरी के लिए संपर्क किया।
यात्रा दस्तावेजों की जांच के दौरान, यह पता चला कि दोनों यात्री पर्यटक वीजा के आधार पर अपने भारतीय पासपोर्ट पर 21 जुलाई 2022 को आईसीपी मुंबई से दुबई (संयुक्त अरब अमीरात) के लिए रवाना हुए थे।
पुलिस उपायुक्त (आईजीआई) उषा रंगनानी ने कहा कि बाद में, वे अपने भारतीय पासपोर्ट पर पारगमन के माध्यम से दुबई, संयुक्त अरब अमीरात से अजरबैजान की राजधानी बाकू के लिए रवाना हुए।
लेकिन, बाकू पहुंचने पर उन्होंने बाकू में प्रवेश के लिए अपने नाम पर जारी किए गए जाली मलेशियाई पासपोर्ट पेश किए, जो उन्होंने धोखाधड़ी से हासिल किए थे। बाकू आव्रजन अधिकारियों ने दोनों को लौटा दिया। उसके बाद उन्हें भारत लौटने की सुविधा के लिए ओमान में आपातकालीन प्रमाणपत्र जारी किए गए।
जांच के दौरान, दोनों यात्रियों ने खुलासा किया कि अजरबैजान के रास्ते यूरोप की उनकी यात्रा की व्यवस्था एक एजेंट विजय पटेल ने 40 लाख रुपये (प्रत्येक यात्री के लिए 20 लाख रुपये) के बदले में की थी।
अधिकारी ने कहा कि विजय को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की जांच के दौरान पता चला कि आरोपी सैयद शौकत उल्ला ने दोनों यात्रियों के टिकट बुक किए थे और जाली मलेशियाई पासपोर्ट बनाने में भी शामिल था।
सैयद शौकत उल्ला फरार था और मामले में गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहा था। हालांकि, हाल ही में पुलिस को उल्ला के बारे में विशेष जानकारी मिली थी। उसी के अधार पर पुलिस ने उसे हैदराबाद हवाईअड्डे से गिरफ्तार कर लिया। वह एक उड़ान के माध्यम से दुबई भागने की योजना बना रहा था।
डीसीपी ने कहा, “उसके बैंक खातों की जांच करने और इसी तरह की अन्य शिकायतों और मामलें में उनकी संभावित संलिप्तता का पता लगाने के लिए और प्रयास किए जा रहे हैं।”
–आईएएनएस
एफजेड/एबीएम