नई दिल्ली, 30 जनवरी (आईएएनएस)। भारत के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। विजय ने आखिरी बार 2018 पर्थ टेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जबकि उनकी राज्य की टीम तमिलनाडु के लिए उनका आखिरी प्रदर्शन दिसंबर 2019 में रणजी ट्रॉफी में हुआ था।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए एक आधिकारिक बयान में कहा, आज, मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा करता हूं। 2002-2018 की मेरी यात्रा मेरे जीवन का सबसे शानदार वर्ष रहा है, क्योंकि यह खेल के उच्चतम स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान था।
भारत के लिए अपने 61 टेस्ट में, विजय ने 38.29 की औसत से 3982 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल थे। वो 2014 के इंग्लैंड के टेस्ट दौरे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी थे। उन्होंने भारत के लिए 17 वनडे और नौ टी20 में भी भाग लिया, जिसमें क्रमश: केवल 339 और 169 रन बनाए।
उन्होंने कहा, मैं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (टीएनसीए) और चेन्नई सुपर किंग्स द्वारा मुझे दिए गए अवसरों के लिए आभारी हूं।
उन्होंने आगे कहा, मेरी टीम के सभी साथियों, कोचों, मेंटर्स और सहयोगी स्टाफ के साथ पल बिताना सौभाग्य की बात है, और मैं आप सभी को मेरे सपने को हकीकत में बदलने में मदद करने के लिए धन्यवाद देता हूं।
अपने प्रथम श्रेणी करियर में, विजय ने 135 मैच खेले हैं, जिसमें 9205 रन बनाए हैं, जिसमें 25 शतक और 38 अर्धशतक शामिल हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में, विजय 2010, 2011 और 2018 में ट्रॉफी जीतने वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के अभिन्न सदस्य थे।
विजय ने कहा, क्रिकेट प्रशंसकों ने अंतर्राष्ट्रीय खेल के उतार-चढ़ाव बाद भी मेरा समर्थन किया है। मैं हमेशा उन पलों को संजो कर रखूंगा जो मैंने आप सभी के साथ बिताए हैं और आपका समर्थन हमेशा मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है।
उन्होंने आगे कहा, अंत में, मैं अपने परिवार और दोस्तों को मेरे करियर के दौरान प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। उनके बिना मैं वह हासिल नहीं कर पाता जो आज मेरे पास है।
उन्होंने बताया, मैं यह घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं कि मैं क्रिकेट की दुनिया में नए अवसरों की खोज करूंगा, जहां मैं उस खेल में भी भाग लेना जारी रखूंगा जिसे मैं प्यार करता हूं और नए वातावरण में खुद को चुनौती दे सकता हूं।
–आईएएनएस
आरजे/एसकेपी