कोलकाता, 29 जनवरी (आईएएनएस)। चूंकि अब यह लगभग तय हो गया है कि 31 जनवरी से मालदा जिले से शुरू होने वाली पश्चिम बंगाल के क्षेत्र में कांग्रेस की न्याय यात्रा के दूसरे चरण में तृणमूल कांग्रेस भाग नहीं लेगी, सीपीआई (एम) नेतृत्व ने कहा है वह देश की सबसे पुरानी राष्ट्रीय पार्टी के उस कार्यक्रम में बड़ी और भारी भागीदारी करेगी।
न्याय यात्रा सोमवार को बिहार में प्रवेश कर गई और बुधवार से यह पश्चिम बंगाल में अपने दूसरे चरण की शुरुआत मालदा जिले से करेगी। सीपीआई (एम) के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि रविवार को राहुल गांधी के नेतृत्व में जलपाईगुड़ी और सिलीगुड़ी कस्बों में रैली में पार्टी के जिला-स्तरीय नेतृत्व की भागीदारी थी, दूसरे चरण में पार्टी के केंद्रीय-स्तरीय नेतृत्व की भागीदारी होगी, इसमें शामिल हैं पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति।
अब तक, न्याय यात्रा के दूसरे चरण में सीपीआई (एम) पोलित ब्यूरो सदस्य और पश्चिम बंगाल में पार्टी के राज्य सचिव एमडी सलीम और सीपीआई (एम) केंद्रीय समिति के सदस्य डॉ सुजन चक्रवर्ती की भागीदारी की भी पुष्टि हो गई है। कांग्रेस नेतृत्व ने रैली में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए सीपीआई (एम) के सबसे प्रमुख युवा चेहरे और पार्टी की युवा शाखा की प्रदेश अध्यक्ष मिनाक्षी मुखर्जी को विशेष रूप से आमंत्रित किया है।
सूत्रों ने बताया कि मुखर्जी न्याय यात्रा के दूसरे चरण में भी हिस्सा लेंगी।
इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस राज्य में अकेले चुनाव लड़ेगी। सीपीआई (एम) नेतृत्व जल्द से जल्द कांग्रेस के साथ सीट-बंटवारे की बातचीत शुरू करना चाहता है।
पार्टी की एक केंद्रीय समिति के सदस्य ने कहा,“एक तरफ, बिहार के मुख्यमंत्री ने आधिकारिक तौर पर जद (यू) को विपक्षी दल आई.एन.डी.आई.ए. ब्लॉक से अलग कर लिया है। हालांकि ममता बनर्जी ने ब्लॉक के साथ इसी तरह की कोई अलगाव की घोषणा नहीं की है, लेकिन उन्होंने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने के अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। इसलिए यह कांग्रेस के साथ आपसी सीट-बंटवारे की बातचीत शुरू करने का सही समय है और हम कांग्रेस नेतृत्व से इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू करने की अपील करेंगे।”
–आईएएनएस
सीबीटी/