पुणे, 30 जनवरी (आईएएनएस)। पुणे-नासिक हाईवे पर एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हुए पांच वर्षीय नर तेंदुए को बचा लिया गया है और उसका पुणे में एक विशेष अस्पताल में इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
घटना सोमवार देर रात की बताई गई है जब मंचर वन रेंज के कलांब क्षेत्र में एक तेज रफ्तार वाहन ने तेंदुए को टक्कर मार दी, जो बुरी तरह घायल हो गया।
महाराष्ट्र वन विभाग के एक कॉल के बाद एक टीम मौके पर पहुंची और घायल तेंदुए के बच्चे को जुन्नर के मानिकदोह तेंदुआ बचाव केंद्र में स्थानांतरित कर दिया।
जब वाइल्डलाइफ एसओएस टीम कलंब क्षेत्र में पहुंची, तो उसे एक कठिन स्थिति का सामना करना पड़ा। तेंदुए को देखने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे सड़क जाम हो गई।
घायल तेंदुए का बच्चा आसपास की भीड़ और अपनी पीड़ा से बेहद परेशान था, लेकिन आखिरकार एसओएस टीम ने उसे डार्ट गन से शांत कर दिया।
अधिकारियों ने धीरे से तेंदुए को जाल के पिंजरे में उठा लिया और जुन्नर अस्पताल ले गए।
वहां पशु चिकित्सकों ने उसका गहन चिकित्सीय परीक्षण किया और पाया कि तेंदुए को गंभीर आघात पहुंचा है, उसके सिर में चोट है, जबड़ा टूटा हुआ है, दांत टूटे हुए हैं और अन्य बाहरी चोटें हैं।
वाइल्डलाइफ एसओएस के डॉ. चंदन सावने के अनुसार, तेंदुआ अब लेटने की स्थिति में है, दवाएं और एंटीबायोटिक्स दिए जा रहे हैं और अच्छी तरह से वह अब खा रहा है।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा कि यह घटना जंगली जीवों से जुड़ी सड़क दुर्घटनाओं की कठोर वास्तविकता को उजागर करती है, जो बढ़ते शहरी परिदृश्य और सिकुड़ते आवासों का परिणाम है क्योंकि राजमार्ग उनके प्राकृतिक आवासों से गुजरते हैं।
–आईएएनएस
एसकेपी/