चंडीगढ़, 31 जनवरी (आईएएनएस)। राज्य द्वारा संचालित हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन यहां सेक्टर 34 के प्रदर्शनी मैदान में 1 से 12 फरवरी तक सरस मेले की मेजबानी करेगा।
इस आयोजन का लक्ष्य मिशन के तहत लगभग 44,000 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में शामिल 3,50,000 से अधिक ग्रामीण महिलाओं की प्रतिभा और उत्पादों को प्रदर्शित करना है। मेले का उद्घाटन एक फरवरी को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह करेंगे।
यह आयोजन ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें अपने कौशल प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करने में हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की सफलता का प्रमाण माना जाता है।
इसमें कुल्लू और किन्नौरी ‘पट्टी’ शॉल, स्वेटर, ‘लाहौली पुलास’ जैसे पारंपरिक हथकरघा उत्पादों के अलावा चंबा रुमाल, मंडी कलम, कांगड़ा लघु पेंटिंग, लकड़ी के नक्काशीदार मंदिर और कई पारंपरिक रचनात्मकता जैसे हस्तशिल्प का प्रदर्शन करने वाले लगभग 100 स्टॉल होंगे।
पर्यटक पहाड़ी धाम, सिड्डू, लुश्के, पटांडे, बाजरा मिठाई और अन्य स्थानीय व्यंजनों जैसे पारंपरिक व्यंजनों के साथ पहाड़ी राज्य की समृद्ध पाक विरासत का स्वाद ले सकते हैं।
इस आयोजन का उद्देश्य एसएचजी सदस्यों को आजीविका के अवसर प्रदान करना, उनका मनोबल बढ़ाना और उनकी उद्यमशीलता की भावना को उजागर करना है।
–आईएएनएस
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