अंबाला, 3 फरवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने शनिवार को राज्य में फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने और प्राथमिकता के आधार पर मुआवजा देने की मांग की।
हुड्डा ने यहां जन आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पंचकुला, यमुनानगर, अंबाला और कुरुक्षेत्र जैसे जिलों में ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
“सरकार को तुरंत ‘गिरदावरी’ (फसल के नुकसान का आकलन) करानी चाहिए और किसानों को पूरा मुआवजा देना चाहिए ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके।”
कड़ाके की ठंड और खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में लोग सुबह से ही खेतों में डटे हुए हैं।
रैली को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदय भान और सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी संबोधित किया।
भूपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात करने वालों ने किसानों की लागत और खर्च दोगुना कर दिया।
उन्होंने कहा, ”उर्वरक की दर बढ़ा दी गई है और उसका वजन कम कर दिया गया है।”
वहीं यह सरकार ठेकेदार बनकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है और कौशल निगम के माध्यम से कमीशन पर अस्थायी नौकरियां दे रही है।
उन्होंने कहा कि दूसरे देशों की सरकारें युद्ध क्षेत्र इजरायल से अपने लोगों को निकाल रही हैं लेकिन हरियाणा सरकार अपने युवाओं की जान जोखिम में डालकर उन्हें इजरायल भेज रही है।
हुड्डा ने कहा कि अब समय आ गया है कि राज्य की गठबंधन सरकार को जवाबदेह ठहराया जाए।
उन्होंने कहा कि जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो पार्टी दादूपुर नलवी नहर के पुनर्निर्माण की मांग पूरी करेगी, जिसे इस सरकार ने नष्ट कर दिया है, ताकि यह क्षेत्र समृद्ध हो और प्रगति करे।
नेता प्रतिपक्ष ने गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की समस्या का समाधान करने का आश्वासन देते हुए कहा कि 2014 में सरकार छोड़ने के समय गन्ना किसानों का एक भी पैसा बकाया नहीं था, लेकिन आज गन्ना किसानों का भुगतान बकाया है।
उन्होंने कहा, “जब हमारी सरकार आएगी तो हम गन्ना किसानों को पूरा भुगतान करेंगे।”
–आईएएनएस
एकेजे/