गुवाहाटी, 5 फरवरी (आईएएनएस)। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने कांग्रेस को निशाने पर लेेतेे हुए जमकर हमला बोला।
अजमल पिछले कुछ दिनों में असम के धुबरी में अपने निर्वाचन क्षेत्र में कुछ सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग ले रहेे हैं। रविवार रात ऐसे ही एक कार्यक्रम में उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस राज्य की मुस्लिम जनता के प्रति झूठी हमदर्दी दिखा रही है।
उन्होंने कहा, ”यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने डिटेंशन सेंटर बनाए और मुस्लिम लोगों को वहां भेजा। उन्होंने 60 साल तक मुसलमानों को धोखा दिया है। हमें विदेशी करार दिया गया है, मुसलमानों के लिए एक के बाद एक डिटेंशन सेंटर बनाए गए।”
अजमल के मुताबिक, केंद्र और राज्य दोनों जगह सत्ता गंवाने के बाद अब कांग्रेस नेताओं के सुर बदल रहे हैं।
उन्होंने कहा, ”इससे कोई फायदा नहीं होगा, इस बार चुनाव में कांग्रेस की हालत और खराब होगी।”
इंडिया ब्लॉक पर बोलते हुए एआईयूडीएफ नेता ने दावा करते हुए कहा, “मैंने पहले कहा था कि यह एक क्लब है, जो लंबे समय तक नहीं टिकेगा। तब वे मेरे खिलाफ गरजे, लेकिन अब हम देख रहे हैं कि अब कोई गठबंधन नहीं है।”
उन्होंने कहा, ”कांग्रेस के अलावा कोई और नहीं है, ममता बनर्जी भी पार्टी छोड़ रही हैं।”
अजमल ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस असम में एक भी सीट नहीं जीत पाएगी।
कांग्रेस और एआईयूडीएफ ने गठबंधन बनाया और 2021 के विधानसभा चुनाव में असम में भाजपा के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ा। चुनावी हार के बाद कांग्रेस ने अजमल पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए एआईयूडीएफ से गठबंधन तोड़ दिया।
26 विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ ब्लॉक बनाने से बहुत पहले असम में कांग्रेस हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में राज्य में भाजपा की उग्र चुनाव मशीनरी का मुकाबला करने के लिए एक एकीकृत विपक्षी मंच बनाने के लिए 12 दलों को एक साथ लाने में सफल रही थी।
संयुक्त विपक्षी मंच में वामपंथी दल शिवसागर विधायक अखिल गोगोई के रायजोर दल, पूर्व ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) नेता लुरिनज्योति गोगोई की असम जातीय परिषद और अन्य शामिल थे। लेकिन, विपक्षी मंच में असम की राजनीति के प्रमुख खिलाड़ी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) को शामिल नहीं किया गया।
–आईएएनएस
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