deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home Today's Special News

नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर पीएमके ने स्टालिन पर हमला बोला

by
February 1, 2023
in Today's Special News, अभिमत, इंदौर, उज्जैन, खेल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, जानकारी, तकनीकी, ताज़ा समाचार, नर्मदापुरम, ब्लॉग, भोपाल, मनोरंजन, रीवा, लाइफ स्टाइल, विचार, शहडोल, सागर
0
नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर पीएमके ने स्टालिन पर हमला बोला
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

READ ALSO

ट्रैक्टर पलटा, मासूम बालक की दबकर मौत, एक अन्य घायल

जातिगत जनगणना से आने वाले दिनों में होंगे नए-नए विवाद : बृजभूषण शरण सिंह

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु की पीएमके ने बुधवार को कहा कि वह नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन करेगी।

पीएमके के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदॉस ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसानों के कल्याण पर बिल्कुल विपरीत रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने कृषि के लिए एक अलग बजट पेश किया, लेकिन यह कई परियोजनाओं में किसानों के हितों के खिलाफ था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामदॉस ने कहा कि- एसआईपीसीओटी, सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) द्वारा टेक्सटाइल पार्क, नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) और अन्य परियोजनाओं जैसी परियोजनाओं में किसान सबसे अधिक पीड़ित हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ डीएमके के दो मंत्री एनएलसीआईएल अधिकारियों के विस्तार परियोजनाओं के लिए दूसरी भूमिका निभा रहे हैं और डीएमके और मुख्यमंत्री किसानों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि सरकार अधिग्रहण के लिए कंपनी के साथ मिली हुई थी। उन्होंने कहा कि पीएमके पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।

रामदॉस ने कहा कि एनएलसीआईएल ने अब स्थानीय लोगों की आजीविका को ध्यान में रखे बिना वीरानम झील के आसपास लिग्नाइट जमा का मूल्यांकन करने के लिए एक निजी कंपनी के साथ करार किया है। झील के आसपास के क्षेत्र जहां मूल्यांकन को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डर है कि एनएलसीआईएल क्षेत्र में खदानें स्थापित करेगा और एनएलसीआईएल के क्षेत्र में पैर जमाने के बाद से पर्यावरण का क्षरण शुरू हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएलसीआईएल ने भूस्वामियों से लगभग 36,000 एकड़ जमीन ले ली और कुड्डालोर जिले के 44 गांवों से भूजल को खत्म कर दिया, और भूजल स्तर में आठ फीट से 1,000 फीट तक की भारी कमी देखी गई है।

उन्होंने कहा कि अगर कुड्डालोर जिला प्रशासन ने एनएलसीआईएल के लिए भूमि अधिग्रहण बंद नहीं किया तो पार्टी कई आंदोलन करेगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

Related Posts

ट्रैक्टर पलटा, मासूम बालक की दबकर मौत, एक अन्य घायल
जबलपुर

ट्रैक्टर पलटा, मासूम बालक की दबकर मौत, एक अन्य घायल

June 14, 2025
ताज़ा समाचार

जातिगत जनगणना से आने वाले दिनों में होंगे नए-नए विवाद : बृजभूषण शरण सिंह

June 14, 2025
ब्लॉग

अहमदाबाद विमान हादसा: आईएमए ने टाटा संस से घायल और मृत मेडिकल छात्रों की सहायता करने का किया अनुरोध

June 14, 2025
निर्देशक अभिषेक जीविन्थ ने तेलुगू स्टार नानी को बताया ‘जमीन से जुड़ा कलाकार’
मनोरंजन

निर्देशक अभिषेक जीविन्थ ने तेलुगू स्टार नानी को बताया ‘जमीन से जुड़ा कलाकार’

June 14, 2025
किताबों से नहीं, असली अभ्यास से बेहतर होती है एक्टिंग : सौंदर्या शर्मा
मनोरंजन

किताबों से नहीं, असली अभ्यास से बेहतर होती है एक्टिंग : सौंदर्या शर्मा

June 14, 2025
यह देखना दिलचस्प होगा कि ‘सबसे अनुभवी बल्लेबाज’ राहुल को कहां खेलाया जाता है : डब्ल्यूवी रमन
खेल

यह देखना दिलचस्प होगा कि ‘सबसे अनुभवी बल्लेबाज’ राहुल को कहां खेलाया जाता है : डब्ल्यूवी रमन

June 14, 2025
Next Post
अमित जोगी ने हैदराबाद में केसीआर से मुलाकात की

अमित जोगी ने हैदराबाद में केसीआर से मुलाकात की

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

[email protected]

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

084382
Total views : 5892634
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In