सिलचर, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। मिजोरम के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति ने शनिवार को कहा कि भारत की एक्ट ईस्ट नीति के क्रियान्वयन से आसियान देशों के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र के संबंध बेहतर होंगे।
भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा म्यांमार में क्रियान्वित की जा रही कलादान मल्टी मॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (केएमएमटीटीपी) पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल ने पहले अंतर्राष्ट्रीय सिलचर-सिलहट महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि एक बार पूरा हो जाने पर यह परियोजना मिजोरम के माध्यम से पूर्वोत्तर के लिए व्यापार के दरवाजे खोल देगी।
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि बांग्लादेश इस कॉरिडोर में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी होगा। इस महोत्सव का आयोजन इंडिया फाउंडेशन ने बांग्लादेश के साझेदारों के साथ मिलकर किया है।
राज्यपाल ने कहा कि बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र और सिलचर का पुराना संबंध रहा है। विशेष रूप से सिलहट और सिलचर के जुड़वां शहरों का एक मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध है और सीमा के दोनों ओर सदियों पुराने संबंधों को पुनर्जीवित करने की पहल की गई है।
राज्यपाल ने कहा, आज की अत्यधिक वैश्वीकृत दुनिया में, आपसी वृद्धि और विकास के लिए अच्छे राजनयिक संबंध बनाए रखना अनिवार्य है। यह मेरी कामना है कि यह त्योहार आने वाले कई त्योहारों में से पहला हो, और इसकी सफलता सिलचर और सिलहट के साथ-साथ भारत और बांग्लादेश की पारस्परिक बेहतरी के लिए होगी।
–आईएएनएस
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