ग्रेटर नोएडा, 14 फरवरी (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा वाणिज्यिक निवेशकों के लिए पहली पसंद बना हुआ है। एक साथ पांच वाणिज्यिक भूखंडों के रिजर्व प्राइस से अधिक दरों पर आवंटन से इस बात की पुष्टि होती है।
वाणिज्यिक भूखंडों की योजना के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पांच भूखंडों के एवज में रिजर्व प्राइस से 207 करोड़ रुपये मिलने थे, लेकिन बिड होने से लगभग 253 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। इन भूखंडों पर होटल, मॉल, शोरूम, बैंकों की शाखाएं आदि बन सकेंगे।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर वाणिज्यिक विभाग की तरफ से बीते 10 नवंबर को 4 एफएआर वाले कमर्शियल भूखंडों की स्कीम निकाली गई थी। पंजीकरण की आखिरी तिथि 1 दिसंबर और डाॅक्यूमेंट जमा करने की अंतिम तिथि 8 दिसंबर थी।
प्राधिकरण की इस योजना के 5 भूखंडों के लिए सोमवार को बिड हुई। ये पांचों भूखंड सेक्टर अल्फा टू में स्थित हैं। इनमें से सी-2, अल्फा टू का एरिया 11,500 वर्ग मीटर का है। इस भूखंड की रिजर्व प्राइस से कीमत लगभग 109 करोड़ रुपये थी। यह भूखंड लगभग 115 करोड़ रुपये में बिका।
शेष चारों भूखंड (एसएलसी-3/1, एसएलसी -3/2, एसएलसी-3/3 और एसएलसी-3/4) 2,580-2,580 वर्ग मीटर के हैं। इनकी रिजर्व प्राइस के हिसाब से प्रत्येक भूखंड की कीमत 35.28 करोड़ रखी गई।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि ये भूखंड रिजर्व प्राइस से औसतन 40 फीसदी अधिक दर पर बिके हैं। इन चारों में से एक भूखंड 35.98 करोड़, दूसरा 33.28 करोड़, तीसरा 34.26 करोड़ और चौथा भूखंड 34.02 करोड़ रुपये में बिका। इस तरह इन पांच भूखंडों से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को 46 करोड़ रुपये अधिक प्राप्त हुए हैं। इन भूखंडों पर कमर्शियल काॅम्प्लेक्स बनने से आसपास के लोगों को रोजमर्रा के सामान खरीदने की जरूरत भी पूरी हो सकेगी।
–आईएएनएस
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